धौलपुर: पिछले 42 घंटे से जिले में आसमानी आफत ने भारी कहर बरपाया है. उर्मिला सागर ओवरफ्लो होने की वजह से जिला प्रशासन के हाथ पैर फूल गए हैं. अधिकारियों ने काफी मंथन के बाद करौली-धौलपुर हाईवे को काटने का निर्णय लिया है. उर्मिला सागर का पानी डांग क्षेत्र में छोड़ा गया है. करीब एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं. इसके अलावा गुरुवार तड़के पार्वती बांध के 16 गेट खोलकर पानी नदी में रिलीज किया है, जिससे बाड़ी बसेड़ी मार्ग का आवागमन बंद हो गया है. पार्वती नदी उफान पर होने की वजह से नदी के आसपास बसे 50 गांव पर बाढ़ आपदा का खतरा बन गया है.
अब पार्वती नदी उफान पर : सिंचाई विभाग के एईएन पपेंद्र मीणा ने बताया कि उर्मिला सागर बांध के कैचमेंट एरिया में भारी बारिश होने की वजह से करौली-धौलपुर हाईवे को काटने का निर्णय लिया था. उच्च अधिकारियों के निर्देश पर हाईवे को काटकर पानी डांग क्षेत्र में रिलीज किया गया है. बांध के कैचमेंट एरिया में पानी की भारी आवक हो रही है. आवागमन को पुराने रोड से डायवर्ट किया जा रहा है. इसके अलावा गुरुवार तड़के पार्वती बांध के 16 गेट 3 फीट खोलकर 27,500 क्यूसेक पानी पार्वती नदी में रिलीज किया गया है. पार्वती नदी में पानी रिलीज किए जाने से नदी उफान पर आ गई है. बाड़ी-बसेड़ी कोलारी-मालोनी और सखवारा-मनिया मार्ग पूरी तरह से बंद हो चुका है. जिला मुख्यालय से करीब तीन दर्जन गांव का संपर्क कर चुका है. बरसात की वजह से करीब आधा दर्जन मकान भी धराशाई हो चुके हैं. मकान गिरने से एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं.
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5000 एकड़ खरीफ फसल को नुकसान : उधर, मौसम विभाग पूर्वी राजस्थान के धौलपुर जिले में भारी बारिश की चेतावनी दे रहा है. आगामी 1 से 2 दिनों में मेघ गर्जना के साथ भारी बारिश हो सकती है. पिछले 42 घंटे से बरस रही बारिश ने जिले को पानी-पानी कर दिया है. करीब 1000 एमएम अभी तक बारिश हो चुकी है. खेतों में खड़ी फसल में तीन से चार फीट तक पानी भरा हुआ है. जिले के करीब 2000 किसान बरसात से प्रभावित हो रहे हैं. फिलहाल करीब 5000 एकड़ खरीफ फसल में नुकसान की संभावना जताई जा रही है.