भिलाई\दुर्ग: भिलाई के जामुल में NIA की टीम ने छापा मारा. पुलिस जवानों, सीआरपीएफ के साथ एनआईए की टीम जामुल लेबर कैंप पहुंची. यहां कलाकार और छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के सदस्य कलादास डहरिया के घर छापा मारा और उससे पूछताछ की. एनआईए को शक है कि कलादास डहरिया छत्तीसगढ़ और झारखंड में नक्सल एक्टिविटी से जुड़ा हुआ है.
भिलाई में साढ़े 3 घंटे NIA की छापामारी: NIA की टीम सुबह साढ़े 5 बजे भिलाई के जामुल पहुंची. यहां लेपर कैंप स्थित कलादास डहरिया के घर पहुंची और पूछताछ करे के साथ ही उसका घर खंगाला. इस दौरान कलादास के घर के बाहर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात रही. लगभग साढ़े 3 घंटे तक NIA कलादास के घर डटी रही. इस दौरान पूरे जामुल में गहमागहमी का माहौल रहा. पूछताछ के बाद NIA कलादास का लैपटॉप, पेन ड्राइव और मोबाइल फोन अपने साथ लेकर गई.
NIA के छापेमारी पर कलादास डहरिया ने क्या कहा: NIA की छापेमारी पर कलादास ने कहा कि ये अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने पर की गई कार्रवाई है. प्रदेश में देश में जहां भी अन्याय होगा हम वहां आवाज उठाते हैं, चाहे वह बस्तर हो या हसदेव हो. आगे भी आवाज उठाते रहेंगे.
कलादास डहरिया के घर क्यों पहुंची NIA: कलादास डहरिया के मुताबिक कुछ दिनों पहले उन्होंने मजदूरों के न्यूनतम वेतनमान के लिए राष्ट्रपति और सरकार को हमने चिट्ठी लिखी. उसमें लिखा कि आजादी के बाद से अब तक मजदूरों को कभी भी 7 से 8 हजार रुपये ही वेतन मिलता आया है. लेकिन सांसदों और विधानसभा में बैठे लोगों को लाखों रुपये वेतन और 1 रुपये 2 रुपये में चाय और खाना मिलता है. ऐसे में मजदूर कैसे जियेगा. ये कौन सी आजादी है. कलादास के मुताबिक इस चिट्ठी के बाद ही ये पूरी प्रक्रिया शुरू हुई है.
एनआईए का कहना है कि आपका संपर्क कहीं भारत विरोधी लोगों से तो नहीं है. एनआईए ने पूछा कि किस किससे संपर्क है. झारखंड से क्या संपर्क है. दामोदर तूरी के नाम के आदमी को जानते हो. मैं क्योंकि कलाकार हूं तो कई लोगों से मिलता हूं. लैपटॉप, पैनड्राइव और मोबाइल लेकर गए हैं. - कलादास डहरिया
मानसून सत्र के तीसरे दिन नक्सलियों पर हंगामा: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है. तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान चरणदास महंत ने नक्सलियों से जुड़ा प्रश्न किया. उन्होंने पूछा कि पिछले 6 महीने में कितने नक्सली मारे गए और उनमे से कितने बाहर के थे और कितने छत्तीसगढ़ के थे. इसके अलावा महंत ने ये भी आरोप लगाया कि बस्तर में आदिवासियों की हत्या की जा रही है और उनके शवों के साथ भरमार बंदूक रखकर कथित नक्सलियों के मारे जाने का खुलासा किया जा रहा है. इस पर जवाब देते हुए डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने सुरक्षा बलों का मनोबल तोड़ने का आरोप महंत पर लगाया. इसके बाद सदन में पक्ष और विपक्ष के बीच हंगामा होने लगा.