लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें देश के विभिन्न राज्यों में ही नहीं, बल्कि देश के बाहर भी संचालित होती हैं. हिंदू बाहुल्य नेपाल प्रमुख देश है. नेपाल और भारत के बीच मैत्री संबंध हैं और अब अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनने के बाद रामलला की ससुराल नेपाल के जनकपुरी से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ रही है. यही वजह है कि नेपाल से दिल्ली और लखनऊ के लिए रोजाना पांच-पांच बस सेवाएं शुरू की जाएंगी. इसकी घोषणा उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने की है. उन्होंने ये भी बताया कि अन्य पड़ोसी देशों के साथ भी परमिट प्राप्त कर बसों का संचालन शुरू कराया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से भारत व नेपाल के मैत्रीपूर्ण सम्बंधों, पर्यटन व व्यापारिक सम्बंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पहले चरण में नेपालगंज से लखनऊ के लिए पांच और नेपालगंज से दिल्ली के लिए पांच परिवहन सेवाएं परिवहन निगम रोजाना संचालित करेगा. परिवहन निगम देवीपाटन क्षेत्र में रुपईडीहा डिपो से दिल्ली और लखनऊ के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध करायेगा.
परिवहन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के इस प्रयास से दोनों राष्ट्रों के नागरिक दोनों देशों में स्थित प्रमुख तीर्थों और पर्यटन स्थलों पर तीर्थांटन कर सकेंगे. इससे पर्यटन के साथ ही व्यापारिक सम्बंधों में भी वृद्धि हो सकेगी. राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या धाम के भव्य, दिव्य राम मंदिर का दर्शन करने प्रतिदिन आ रहे हैं. इस सेवा के शुरू होने से नेपाल से आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी सुविधा होगी और भारत से भी श्रद्धालु नेपाल स्थित जानकी मंदिर और अन्य तीर्थस्थलों पर जाकर पूजा-अर्चना कर सकेंगे. परिवहन मंत्री ने बताया कि नेपालगंज से दिल्ली और लखनऊ लिए परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए परमिट प्राप्त कर परमिटों को नेपाल राष्ट्र से प्रतिहस्ताक्षरित करा लिया गया है. उन्होंने बताया कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या की दृष्टि से दोनों राष्ट्रों के बीच परिवहन सेवाओं में और अधिक विस्तार की सम्भावना है. उत्तर प्रदेश परिवहन निगम आने वाले दिनों में नेपाल राष्ट्र के साथ ही अन्य पड़ोसी राष्ट्रों के साथ भी इस प्रकार का अनुबंध करेगा.
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