नागौर: खींवसर के ताडावास गांव में जेके सीमेंट कंपनी की तरफ से आयोजित जनसुनवाई में हंगामा हो गया. यह जनसुनवाई क्षेत्र में पर्यावरण सहित मुद्दों को लेकर रखी गई थी. इस दौरान भाजपा नेता रेंवतराम डांगा व आरएलपी से पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल के बीच विवाद हो गया. हालत यह हुई कि पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल ने अपशब्दों का भी इस्तेमाल कर दिया.
दरअसल, भाजपा नेता व खींवसर से बीजेपी के प्रत्याशी रहे रेंवतराम डांगा ने जनसुनवाई में भाषण देते हुए कहा कि सीमेंट कंपनी के इस मामले में किसानों को जो मुआवजा मिलना है, उसे लेकर किसी तरह की गद्दारी नहीं हो. डांगा ने यह कह दिया कि गद्दारी करने वालों को राम देखेगा और इससे बात बिगड़ गई. रेंवतराम डांगा के इस बयान के बाद पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल बिफर गए. उन्होंने कह दिया कि मूंडवा में जो अंबुजा सीमेंट का प्लांट हैं, वहां किसके डंपर लगे हुए हैं. पहले यह पता करो. दोनों तरफ से एक-दूसरे पर आरोप जड़े गए.
नारायण बेनीवाल ने खो दिया आपा: इस दौरान नारायण बेनीवाल ने आपा खो दिया और अपशब्दों का इस्तेमाल कर दिया. रेंवतराम डांगा के अलावा एक और व्यक्ति जो नारायण बेनीवाल के पास पहुंचा, उसे भी अपशब्द बोल दिए गए और पिटाई करने की चेतावनी दे डाली. हंगामा इतना बढ़ा कि पुलिस को दोनों गुटों के बीच खड़े रहकर मामले को शांत करवाना पड़ा. दोनों गुटों के नेताओं के बीच हुए इस विवाद के दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. इस नारेबाजी के बीच पुरी जनसुनवाई का जो मूल मुद्दा था, वह पीछे रह गया.
यह है मामला: यह जनसुनवाई खींवसर के तडावास गांव में हुई. जेके लक्ष्मी सीमेंट कंपनी ने यह जनसुनवाई आयोजित की. पर्यावरण सहित अन्य मुद्दों को लेकर हुई जनसुनवाई विवादों में पड़ गई. जेके सीमेंट कंपनी को खींवसर क्षेत्र में चूना पत्थर ब्लॉक आवंटित है. इसी को लेकर यह जनसुनवाई हुई है.