सरगुजा: डिजिटल इंडिया की दौड़ में सबसे बड़ी चुनौती पेमेंट सिस्टम की थी, लोगों का भरोसा और सुरक्षित ट्रांजक्शन होना एक बड़ा काम था, खासकर सरगुजा जैसे वनांचल में लोगों का भीम और यूपीआई जैसे पेमेंट सिस्टम पर भरोसा करना थोड़ा कठिन था, लेकिन अब लोग बेखौफ होकर ऑनलाइन लेनदेन कर रहे हैं. ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के बाजार में सरगुजा जिले में एक साल में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है.
सरगुजा में यूपीआई से 18 हजार 646 करोड़ का लेनदेन: इस साल सरगुजा में भीम यूपीआई एप के जरिए 18 हजार 646 करोड़ का लेन देन किया गया. राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) के पोर्टल से इस आंकड़े की पुष्टि हुई है. तेजी से बढ़े ऑनलाइन लेन देन का मतलब है कि लोगों का झुकाव इंटरनेट बैंकिंग की ओर बढ़ा है. अब लोग छोटी छोटी जरूरतों के लिए ऑनलाइन भुगतान कर रहे हैं.
वनांचल क्षेत्रों में चाय की दुकान में भी यूपीआई पेमेंट: शुरुआत में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के प्रति लोगों में भ्रम था. वो अपने पैसों की सुरक्षा को लेकर असुरक्षित महसूस करते थे. लेकिन अब सरगुजा के लोगों का जीवन पूरी तरह से ऑनलाइन लेनदेन पर निर्भर हो गया है. यहां भी अब लोग चाय के ठेले में 10 रुपये की चाय की पेमेंट से लेकर शॉपिंग मॉल में हजारों की खरीदी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से कर रहे हैं. यही वजह है कि ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की संख्या के आंकड़ों में तेजी से इजाफा हुआ है.
सरगुजा में तीन गुना बढ़ा यूपीआई ट्रांजैक्शन: स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) के अधिकृत पोर्टल पर दिए गए आंकड़ों में सरगुजा जिले में बीते साल की तुलना में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन तीन गुना बढ़ गया है. बीते साल मार्च 2023 तक भीम यूपीआई के जरिए 6 हजार 299 करोड़ 87 लाख रुपए का लेनदेन किया गया था जबकि मार्च 2024 की स्थिति में एक साल में लेनदेन का आंकड़ा बढ़कर 18 हजार 646 करोड़ 44 लाख रुपए तक पहुंच गया है.
एक साल में इतने लोगों ने किया यूपीआई पेमेंट: ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए लोग अलग अलग प्लेटफॉर्म का उपयोग करते है लेकिन ज्यादातर लोग भीम, यूपीईआई का उपयोग कर रहे हैं. जिले में मार्च 2023 तक इस एप का उपयोग 1 करोड़ 4 लाख 36 हजार 222 बार किया गया जबकि मार्च 2024 की स्थिति में यह संख्या बढ़कर 3 करोड़ 59 लाख 98 हजार 426 तक पहुंच गई है. लोगों ने एक वर्ष में 18 हजार 646 करोड़ 44 लाख का लेनदेन भीम यूपीईआई के जरिए किया है.
भीम आधार के जरिए 1 हजार 958 करोड़ 74 लाख का लेनदेन बीते साल किया गया जबकि इस साल इसमें भारी गिरावट आई है. महज 17 लाख रुपए का लेनदेन हुआ है. भारत क्यूआर कोड के जरिए 5 करोड़ 45 लाख का लेनदेन बीते वर्ष हुआ जबकि इस बार 26.32 करोड़ का लेनदेन हुआ. आईएमपीएस के जरिए बीते वर्ष 56797.63 करोड़ का लेनदेन हुआ जबकि इस वर्ष इसमें भी गिरावट आई है. महज 11261.50 करोड़ का लेनदेन हुआ. इसी तरह क्रेडिट और डेबिट कार्ड से बीते वर्ष 348.25 करोड़ का लेनदेन हुआ जबकि इस वर्ष 393.79 करोड़ का लेनदेन हुआ है.
ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पर बढ़ा भरोसा: इस मामले में एलडीएम दीपेंद्र यादव ने बताया "ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के प्रति लोगों में जागरूकता आई है. अपनी सुविधाओं के अनुसार इसका उपयोग कर रहे हैं. सरगुजा जिले में भीम यूपीआई के जरिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में भी वृद्धि दर्ज की गई है जो अच्छी बात है. लोगों का भरोसा ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पर बढ़ा है"