लखनऊः भले ही अक्टूबर का महीना खत्म हो चुका हो लेकिन इस महीने में मौसम ने अपनी चाल से विज्ञानियों को अचरज में डाल दिया है. मौसम विज्ञानियों की मानें तो 124 वर्षों बाद बीते महीने ऐसी गर्मी पड़ी. वहीं, इस महीने यानी नवंबर में भी मौसम की शुरुआती चाल कुछ और ही कह रही है. चलिए जानते हैं इस बारे में.
बीते महीने इस वजह से पड़ी ज्यादा गर्मीः मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर अतुल सिंह ने बताया कि तटस्थ निनो के कारण यूपी और पश्चिमी भारत में रात का औसत न्यूनतम तापमान 1901 से अब तक के 124 वर्षों के इतिहास में सर्वाधिक रहा. इसी क्रम में लखनऊ का औसत मासिक न्यूनतम तापमान 22.8°C रहा जो सामान्य से 3°C अधिक है अर्थात लखनऊ में अक्टूबर की रातें सामान्य से 3°C अधिक गर्म रहीं. वहीं दिन का भी औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 1.2°C अधिक 34.2°C रहा.
नवंबर में भी कम ठंडीः इसी क्रम में नवम्बर महीने में भी तटस्थ निनो के जारी रहने कारण बारिश नहीं होगी. कुछ दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखने को मिल सकती है. उनकी मानें तो नवंबर में औसत अधिकतम तापमान सामान्य से आंशिक रूप से अधिक रहने की संभावना है. मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर अतुल सिंह ने बताया कि आने वाले 15 दिनों तक उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा. बारिश की संभावना नहीं है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान विशेष बदलाव नहीं होगा.
लखनऊ का मौसमः राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को सुबह से ही आसमान साफ रहा और धूप खिली रही. बीच-बीच में बादलों की भी आवाजाही रही. अधिकतम तापमान में गुरुवार के अपेक्षा 2 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई. अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो की सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक है. वहीं, न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई. न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. यूपी का सबसे गर्म जिला प्रयागराज रहा. यहां अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.
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