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तीन साल से पाकिस्तान की जेल में बंद उन्नाव का सूरजपाल रिहा, बेटे की चिंता में पिता की हो चुकी मौत, अब परिवार में लौटेंगी खुशियां - unnao surajpal pakistan Jail

उन्नाव के एक परिवार को कई साल बाद हंसने और खुशियां मनाने का मौका मिला है. यहां का एक शख्स अचानक लापता हो गया था. बाद में पता चला कि वह पाकिस्तान की जेल में बंद है. अब वह रिहा होकर अपने घर आ रहा है.

सूरजपाल की फाइल फोटो.
सूरजपाल की फाइल फोटो. (PHOTO Credit; Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 2, 2024, 11:08 AM IST

सूरजपाल पाकिस्तान की जेल से रिहा हो चुका है. (VIDEO Credit; Etv Bharat)

उन्नाव : जिले के एक गांव का रहने वाला मानसिक रूप से बीमार शख्स तीन साल पहले भटकते हुए भारत की सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया था. परिवार के लोग कई महीने तक उसकी तलाश करते रहे. कुछ समय बाद पाकिस्तान के दूतावास से भारत की एंबेसी को उसके लाहौर जेल में बंद होने की जानकारी दी गई थी. परिवार के लोग उसकी रिहाई के लिए प्रार्थनाएं कर रहे थे. अब परिवार को जानकारी मिली है उसे रिहा कर दिया गया है. परिवार में जश्न का माहौल है. वे उसके घर पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं.

सदर कोतवाली क्षेत्र के अकरमपुर स्थित सुल्तानखेड़ा गांव में 70 साल की प्रेमा देवी परिवार समेत रहती हैं. उनके पति स्वास्थ्य महकमे में थे. उनकी मौत हो चुकी है. शांति देवी की पेंशन से ही परिवार का गुजारा होता है. प्रेमा देवी का इकलौता बेटा सूरजपाल मानसिक रूप से कमजोर है. प्रेमा देवी ने बताया कि सूरजपाल का कई जगहों पर इलाज कराया गया, लेकिन वह ठीक नहीं हुआ. इस बीच बेटे की फिक्र में उसके पिता की मौत हो गई. इसके बाद सूरजपाल की हालत और बिगड़ गई.

सूरजपाल की शादी हो चुकी है. परिवार में पत्नी सुरजा देवी के अलावा एक बेटा पिंटू है. बेटा शहर के एक संस्थान से बीसीए कर रहा है. तीन साल पहले सूरजपाल भारत की सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया. वहां उसे बंदी बना लिया गया. इधर परिवार के लोग महीनों तक उसकी तलाश करते रहे, लेकिन उसका पता नहीं चल पा रहा था. कुछ समय बाद पाकिस्तान के दूतावास ने भारत को बताया कि सूरजपाल लाहौर की जेल में बंद है.

इस जानकारी के बाद परिवार के लोगों की उम्मीदें बढ़ गई. बुजुर्ग मां बेटे के आने की राह देखने लगी. बेटा पिंटू समेत पत्नी सुरजा भी सूरजपाल का इंतजार करने लगे. उन्हें उम्मीद थी कि सूरजपाल एक दिन जरूर रिहा होकर घर आएगा. अब स्थानीय कोतवाली के जरिए परिवार को जानकारी मिली है कि पाकिस्तान से सूरजपाल को रिहा कर दिया है. वह जल्द ही अपने घर पहुंच जाएगा.

सूरजपाल के चचेरे भाई रमेश ने बताया कि सूरजपाल कब घर पहुंच रहे हैं, इसके बारे में सटीक कुछ कह पाना मुश्किल है. उसका मोबाइल नंबर अधिकारियों के पास हैं. जल्द ही खुशखबरी मिलने की उम्मीद है. परिवार सूरजपाल की रिहाई से खुश है. पत्नी सुरजा देवी का कहना है कि कई साल इंतजार किया, हमेशा यही लगता रहा कि पति जीवित हैं. पहले उनके जेल में होने की जानकारी मिली थी, अब रिहा होने की जानकारी मिली है. हम सब उनका इंतजार कर रहे हैं. कोतवाली इंस्पेक्टर प्रमोद ने बताया कि सूरजपाल से रिहा किए जाने की सूचना मिली है. जल्द ही वह घर पहुंच जाएगा.

यह भी पढ़ें : पत्नी और 4 साल के बेटे की हत्या के बाद पति ने खुद भी दी जान, महिला के मायके में मिली तीनों की लाश

सूरजपाल पाकिस्तान की जेल से रिहा हो चुका है. (VIDEO Credit; Etv Bharat)

उन्नाव : जिले के एक गांव का रहने वाला मानसिक रूप से बीमार शख्स तीन साल पहले भटकते हुए भारत की सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया था. परिवार के लोग कई महीने तक उसकी तलाश करते रहे. कुछ समय बाद पाकिस्तान के दूतावास से भारत की एंबेसी को उसके लाहौर जेल में बंद होने की जानकारी दी गई थी. परिवार के लोग उसकी रिहाई के लिए प्रार्थनाएं कर रहे थे. अब परिवार को जानकारी मिली है उसे रिहा कर दिया गया है. परिवार में जश्न का माहौल है. वे उसके घर पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं.

सदर कोतवाली क्षेत्र के अकरमपुर स्थित सुल्तानखेड़ा गांव में 70 साल की प्रेमा देवी परिवार समेत रहती हैं. उनके पति स्वास्थ्य महकमे में थे. उनकी मौत हो चुकी है. शांति देवी की पेंशन से ही परिवार का गुजारा होता है. प्रेमा देवी का इकलौता बेटा सूरजपाल मानसिक रूप से कमजोर है. प्रेमा देवी ने बताया कि सूरजपाल का कई जगहों पर इलाज कराया गया, लेकिन वह ठीक नहीं हुआ. इस बीच बेटे की फिक्र में उसके पिता की मौत हो गई. इसके बाद सूरजपाल की हालत और बिगड़ गई.

सूरजपाल की शादी हो चुकी है. परिवार में पत्नी सुरजा देवी के अलावा एक बेटा पिंटू है. बेटा शहर के एक संस्थान से बीसीए कर रहा है. तीन साल पहले सूरजपाल भारत की सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया. वहां उसे बंदी बना लिया गया. इधर परिवार के लोग महीनों तक उसकी तलाश करते रहे, लेकिन उसका पता नहीं चल पा रहा था. कुछ समय बाद पाकिस्तान के दूतावास ने भारत को बताया कि सूरजपाल लाहौर की जेल में बंद है.

इस जानकारी के बाद परिवार के लोगों की उम्मीदें बढ़ गई. बुजुर्ग मां बेटे के आने की राह देखने लगी. बेटा पिंटू समेत पत्नी सुरजा भी सूरजपाल का इंतजार करने लगे. उन्हें उम्मीद थी कि सूरजपाल एक दिन जरूर रिहा होकर घर आएगा. अब स्थानीय कोतवाली के जरिए परिवार को जानकारी मिली है कि पाकिस्तान से सूरजपाल को रिहा कर दिया है. वह जल्द ही अपने घर पहुंच जाएगा.

सूरजपाल के चचेरे भाई रमेश ने बताया कि सूरजपाल कब घर पहुंच रहे हैं, इसके बारे में सटीक कुछ कह पाना मुश्किल है. उसका मोबाइल नंबर अधिकारियों के पास हैं. जल्द ही खुशखबरी मिलने की उम्मीद है. परिवार सूरजपाल की रिहाई से खुश है. पत्नी सुरजा देवी का कहना है कि कई साल इंतजार किया, हमेशा यही लगता रहा कि पति जीवित हैं. पहले उनके जेल में होने की जानकारी मिली थी, अब रिहा होने की जानकारी मिली है. हम सब उनका इंतजार कर रहे हैं. कोतवाली इंस्पेक्टर प्रमोद ने बताया कि सूरजपाल से रिहा किए जाने की सूचना मिली है. जल्द ही वह घर पहुंच जाएगा.

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