लखनऊ: यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती रिजल्ट को लेकर सीएम योगी ने अफसरों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. इसमें सीएम योगी ने पुलिस भर्ती बोर्ड को निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा है कि खाली पदों के तेजी के साथ भरा जाए. शुचिता को हर हाल में सुनिश्चित किया जाना है। इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस कर्मियों को ई पेंशन से जोड़ने के भी निर्देश दिए है.
कब रिजल्ट जारी होगाः बता दें कि 60244 पदों के लिए यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती बीते माह हुई थी. इसके बाद से ही इसके रिजल्ट को लेकर इंतजार हो रहा है. सीएम योगी ने इस परीक्षा के रिजल्ट को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की. राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस भर्ती बोर्ड को निर्देश दिए है कि पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का परिणाम इस माह के अंत तक जारी करने की तैयारी करें. रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाएं. परीक्षाओं की शुचिता को हर हाल में सुनिश्चित किया जाना है. इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस कर्मियों को ई पेंशन से जोड़ने के भी निर्देश दिए है.
पदोन्नति के लिए भी कहाः सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर पुलिस कार्मिक को समय पर पदोन्नति मिले, उनकी चरित्र पंजिका पर सही विवरण अंकित हो, उनकी योग्यता और प्रतिभा के अनुरूप पदस्थापना मिले और सेवानिवृत्ति के समय देयकों का भुगतान समय से हो, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने पुलिस कार्मिकों को आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने और बेहतरीन प्रशिक्षण के लिए व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के भी निर्देश दिए हैं.
बेहतर संवाद स्थापित होः सीएम ने कहा है कि, पुलिस की सभी इकाइयों के बीच बेहतर संवाद और समन्वय होना चाहिए. लॉजिस्टिक इकाई हो, अभिसूचना इकाई हो या, एसआईटी, क्राइम, पीआरवी 112 , यह इकाइयाँ भले ही अलग-अलग हैं, लेकिन सभी का लक्ष्य एक ही है, प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था बनाये रखना। इसलिए सभी के बीच बेहतर तालमेल होना आवश्यक है. सीएम ने वरिष्ठ अधिकारी समय पर कार्यालय आने के निर्देश दिए. किसी भी कार्यालय में कोई फाइल तीन दिन से अधिक लंबित न हो. यदि किसी तरह की समस्या हो तो डीजीपी कार्यालय, गृह विभाग या सीधे मुझसे समय लेकर मिल सकते हैं, लेकिन अनिर्णय की स्थिति न होनी चाहिए। फाइल लंबित नहीं रहनी चाहिए.
सीएम ने ये भी निर्देश दिएः सीएम ने कहा है कि बहुत सारी इकाइयों में फील्ड विजिट बढ़ाये जाने की आवश्यकता है. एडीजी स्तर के अधिकारी के जिलों में जाने से अच्छा अधीनस्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. जिलों में जाएं अपनी इकाई से जुड़े कामकाज की समीक्षा करें, जहां सुधार की आवश्यकता हो, उस अनुरूप काम किया जाए. सीएम ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए है कि हाल के दिनों में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर, रॉड समेत अन्य चीजें मिली हैं. इसी तरह ट्रेनों पर पत्थर फेंके जाने की घटनाएं भी हुई हैं. यह चिंताजनक है. इसके लिए जीआरपी, आरपीएफ, रेलवे प्रशासन और सिविल पुलिस को मिलकर काम करने की आवश्यकता है. लोकल इंटेलिजेंस को और मजबूत किया जाना चाहिए.
मृतक आश्रितों के प्रकरण में आश्रित की आयु को ध्यान में रखते हुए नियमों में बदलाव पर विचार किया जाना चाहिए. फिजिकल परीक्षण के नियम व्यावहारिक होने चाहिए. मृतक आश्रितों के प्रकरण का तय समय सीमा के भीतर निस्तारित होना सुनिश्चित करें. सीएम ने ट्रैफिक जाम को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किए है. उन्होंने कहा कि नगरों में यातायात जाम एक बड़ी समस्या का रूप ले रही है. इसके लिए स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप नियोजन समाधान का प्रयास किया जाना चाहिए. स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्ययोजना बनाएं. ई-रिक्शा चलाने वालों का वेरिफिकेशन कराया जाए, सुरक्षा की दृष्टि से यह जरूरी है. कहीं भी नाबालिग ई-रिक्शा न चलाये, यह सुनिश्चित करें। ई-रिक्शा का रूट तय होना चाहिए. यातायात को बाधित कर टैक्सी स्टैंड न चलाया जाए.
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