बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पुलिस ने सॉल्वर गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरोह के सदस्या सरकारी नौकरियों की परीक्षा में परीक्षार्थी की जगह दूसरे युवक को बैठाते थे. इसके लिए गिरोह के सदस्य आवेदक से दो से चार लाख रुपए लेते थे. गिरफ्तार सदस्यों के पास से काफी मात्रा में नकदी, लैपटॉप, सिम, मोबाइल फोन पुलिस ने जब्त किए हैं.
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों के खिलाफ पहले से कई-कई मुकदमे दर्ज हैं और ये जमानत पर हैं. वर्तमान में यह गिरोह 17 और 18 फरवरी को होने वाली यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए आवेदकों की खोज कर रहा था. जनपद के कई आवेदकों से भी इस गिरोह के सदस्यों ने अवैध वसूली की है. पुलिस परीक्षा की तैयारी कर रहे कुछ अभ्यर्थियों ने इस गिरोह के बाबत सूचना दी थी.
पुलिस ने मथुरा समेत कई जनपदों में 17 स्थानों पर छापेमारी कर गिरोह के सरगना और अन्य को पकड़ा है. गिरोह उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी सॉल्वर भेजता था. पकड़े गए 11 लोगों में 08 शातिर सदस्य और 03 अभ्यर्थी शामिल हैं. एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि राजकुमार उर्फ पंडित निवासी छैछऊ थाना इगलास जनपद अलीगढ़ अपने साथियों के साथ मिलकर एक गिरोह बनाकर विभिन्न प्रतियोगी/सरकारी नौकरियों की परीक्षाओं में अभ्यर्थियों से पैसे लेकर उनकी जगह पर दूसरे को बैठाता था. थाना कोतवाली देहात पुलिस ने जहांगीराबाद बस स्टेंड से राजकुमार सहित 08 शातिर सदस्य व 03 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है.
आरोपी राजकुमार उर्फ पंडित, गौरव कुमार, सर्वेश कुमार, अतुल निवासी इरौली जुन्नादार, शिवम पाठक उर्फ शिवा, नवनीत अग्रवाल, सोनू उर्फ सुखवीर, गजेन्द्र सिंह, रोहित कुमार, कुलदीप, पवन को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के 37 एडमिट कार्ड, 07 एप्लीकेशन फार्म छायाप्रति, 11 मोबाइल फोन, 01 लेपटॉप, 01 थम्ब स्कैनर, 4,500 रुपये, 02 मोहर, 01 फर्जी आधार कार्ड जब्त किया है.
पुलिस ने बताया कि राजकुमार अपने गिरफ्तार साथियों के साथ मिलकर विभिन्न प्रतियोगी/सरकारी नौकरियों की परीक्षाओं में पैसे लेकर ट्रेनिंग सेंटर और विभिन्न कम्पनियों/कम्प्यूटर लैब के एक्सपर्ट और अन्य साथियों के द्वारा साठगांठ कर परीक्षा केन्द्रों से एक्सपर्ट के माध्यम से लिंक लेकर स्क्रीन शेयर कर परीक्षा में धोखाधड़ी करते थे.
अभ्यर्थियों से परीक्षा पास कराने के नाम पर मोटी रकम लेते थे. इसके अतिरिक्त कुछ ऑफलाइन परीक्षाओं में सॉफ्टवेयर के माध्यम से एडमिट कार्ड में फोटो मिक्सिंग कर परीक्षा में धोखाधड़ी करते थे. वर्तमान में यूपी पुलिस में रेडियो ऑपरेटर की भर्ती चल रही है. इसके लिए आवेदकों से 06-06 लाख रुपये में बात हुई थी. इनसे एडवांस के रूप में 50-50 हजार रुपये नकद लिए गए थे.
ये भी पढ़ेंः पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग पकड़ा: STF ने नकल कराने वाले सरगना सहित 12 को दबोचा