महराजगंज : बरगदवा थाना पुलिस भगतपुरवा गांव के एक युवक को पकड़ने में लेने पहुंची थी. इस पर परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस से पकड़ने का कारण पूछा तो झड़प हो गई. इस दौरान पुलिस आरोपी की बजाए उसके चचेरे को भाई को जीप में बैठाने लगी, लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने धक्का मुक्की कर उसे पुलिस की गाड़ी से उतार लिया. ग्रामीणों का कहना था कि गिरफ्तार करने का कारण बताओ या वारंट दिखाओ, पुलिस दोनों ही सवालों का जवाब देने के बजाय जबदस्ती युवक को खींच कर लेने का प्रयास करती. हालांकि ग्रामीणों के आगे एक न चली और पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
ग्रामीणों का कहना था कि दिसंबर 2023 में बरगदवा थाने की पुलिस ने गांजा रखने के आरोप में भगत पुरवा गांव की रहने वाले अक्षय को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया था. पुलिस ने उस पर भारत नेपाल की बॉर्डर पर तस्करी करने का आरोप लगाया था. पुलिस का कहना है कि इसी मामले में पुलिस को दोबारा इनपुट मिले थे. इस क्रम में बरगदवा थाना क्षेत्र के भगत पुरवा गांव में गई हुई थी और आरोपी को हिरासत में लेने को प्रयास किया तो उसके स्वजन अक्रोशित होकर दुर्व्यवहार करने लगे. आरोपी अक्षय धरिया के चचेरे भाई अजय धरिया का आरोप है कि पिछली बार भी पुलिस उसके भाई अक्षय धरिया को इसी प्रकार घर से ले गई थी और बाद में इसके विरुद्ध गांजा दिखाकर चालान कर दिया था.
बहरहाल मामले में करीब 5 मिनट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें पुलिस से ग्रामीणों की झड़प दिखाई दे रही है. ग्रामीण लगातार पूछ रहे हैं कि आखिर पुलिस उसे किस आरोप में गिरफ्तार करने आई है, लेकिन पुलिस कोई जवाब नहीं दे रही है. पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना का कहना है कि पूर्व में जेल गए आरोपी के संबंध में कुछ इनपुट मिले थे. जिसके क्रम में पुलिस उसे पकड़ने गई थी. इस मामले में जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.