लखनऊ : राजधानी की सबसे बेशकीमती जमीन पर माफिया मुख्तार अंसारी का कब्जा था. उसके दो मकान वहां बने हुए थे. यह जमीन आजादी के बाद भारत छोड़कर पाकिस्तान गए लोगों की है. कागजों में इस पर मुख्तार की मां का नाम दर्ज था. बाद में शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जे की बात सामने आने पर इन मकानों को गिरा दिया गया. अब विकास प्राधिकरण यहां प्रधानमंत्री आवासों का निर्माण करा रहा है. इससे गरीबों के आशियाने का सपना पूरा होगा. प्रदेश में अन्य जगहों पर भी माफियाओं की कब्जे वाली जमीनों पर गरीबों के लिए आशियाने बनाए जा रहे हैं.
राजधानी के हजरतगंज स्थित डाली बाग VVIP कॉलोनी में मुख्तार का घर था. मुख्तार अंसारी जब जीवित था तो यहां आकर रहता था. मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी के यहां स्थित एक मकान को लेकर भी विवाद है. इस मकान में अफजाल का परिवार रहता है. इस मकान के अवैध निर्माण का केस हाईकोर्ट में जारी है. इस पर कभी भी निर्णय आ सकता है.
दस्तावेजों में हेरफेर कर मां के नाम कराई थी जमीन : इस मकान के ठीक सामने उन्होंने अपने बेटों के लिए निष्क्रांत जमीन पर दो मकानों का निर्माण कराया था. निष्क्रांत जमीन शत्रु संपत्ति की ही तरह होती है जो लोग भारत छोड़कर पाकिस्तान चले गए, उनकी जो जमीन भारत में बची है वह निष्क्रांत होती है. यह सरकार की संपत्ति होती है. मगर दस्तावेजों में हुई हेरफेर के जरिए जमीन मुख्तार अंसारी ने अपनी मां के नाम करवा दी थी. योगी सरकार आने के बाद जब इस संबंध में जांच शुरू हुई तो पूरा मामला फर्जी पाया गया था.
जनवरी 2020 में ध्वस्त कराए गए थे मकान : इसके बाद इस जमीन पर बने मकानों को ध्वस्त कर दिया गया था. जनवरी 2020 के लगभग यह मकान ध्वस्त किए गए थे. माफिया की कब्जा की हुई जमीन पर गरीबों के लिए मकान बनाने की योजना बनाई थी. इसके तहत लखनऊ के डाली बाग में भी इस जमीन पर निर्माण किया जा रहा है.
तीन महीने में पूरा होगा निर्माण, ऐसे उठा सकते हैं लाभ : लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि इस जमीन पर अगले 3 महीने में निर्माण पूरा हो जाएगा. उसके बाद डूडा के जरिए चयनित शहरी गरीबों में से चुनिंदा लोगों को लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटित किए जाएंगे. लगभग 76 आवासों का निर्माण किया जा रहा है. निर्माण बहुत बेहतरीन हो रहा है. जल्द ही आवंटन शुरू कर दिए जाएंगे.
वीवीआईपी इलाके में मिलेगा आवास : लखनऊ की सबसे वीवीआईपी इलाकों में से एक है डालीबाग. इस कॉलोनी में मुख्ता अधिकारियों, नेताओं और वीवीआईपी लोगों के आवास बनाए गए हैं. इसके अलावा दो VIP गेस्ट हाउस भी यहां हैं. हजरतगंज शहर का दिल माना जाता है. अब यहां मात्र 7.50 लाख रुपए की कीमत पर 300 स्क्वायर फीट के करीब का फ्लैट मिल सकेगा.
इसके लिए आय सीमा ₹300000 वार्षिक से अधिक नहीं होनी चाहिए. इस साढ़े सात लाख रुपए में से भी ढाई लाख रुपये सरकारी सब्सिडी होगी. मतलब यह मकान गरीबों को ₹500000 में मिल सकेगा.
पिछले साल अतीक की कब्जाई जमीन पर लोगों को मिले थे प्रधानमंत्री आवास : माफियाअतीक अहमद की कब्जेवाली जमीन पर बनाए गए फ्लैट 30 जून, 2023 को गरीब जनता को सौंपे गए थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फ्लैट की चाबी लाभार्थियों के हवाले की थी. प्रयागराज के लूकरगंज में अतीक अहमद द्वारा गैरकानूनी तरीके से हथियाई गई जमीन पर फ्लैट्स बनाए गए थे. वहां भी 76 फ्लैट्स का निर्माण किया गया था. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 76 फ्लैट्स का निर्माण किया गया था. फ्लैट मिलने के बाद लोगों के चेहरे खिल गए थे.
योगी आदित्यनाथ सरकार ने अतीक अहमद पर कार्रवाई करते हुए कब्जे वाली जमीन को सीज कर लिया था. राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट बनवाकर इन्हें गरीबों को देने का फैसला किया था. लॉटरी प्रणाली के तहत ये फ्लैट लोगों को आवंटित किए गए थे. 9 जून 2023 को आवंटन की प्रक्रिया हुई थी.
यह भी पढ़ें : यूपी गजब है; इस शहर में 'भूतों' के भी बन जाते हैं DL, धड़ाधड़ बन रहे ड्राइविंग लाइसेंस