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काशी और प्रयागराज में पर्यटकों को लुभाएंगे वाटर लेजर शो, सरकार ने जारी किया 39.17 करोड़ का बजट - UP WATER LASER SHOW

प्रयागराज और वाराणसी में वाटर लेजर शो अब प्रयटकों को लुभाएंगे. इसके लिए पर्यटन विभाग ने बजट स्वीकृत करते हुए पहली किश्त जारी भी कर दी है. वाटर लेजर शो का आनंद लेने के बाद पर्यटक दोनों धार्मिक शहरों की सांस्कृतिक विरासत का दर्शन भी कर सकेंगे.

वाटर लेजर शो
वाटर लेजर शो (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 19, 2024, 8:20 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के रूप में पूरे देश भर में प्रसिद्ध काशी व प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को लुभाने के लिए पर्यटन विभाग ने इन दोनों जगह पर वाटर लेजर शो करने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए पर्यटन विभाग ने दोनों शहरों में वाटर लेजर शो करने के लिए 39.17 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया है. प्रयागराज के लिए 21.86 और काशी के लिए 17.31 करोड़ रुपये पर्यटन विभाग ने स्वीकृत किये गए है. यह जानकारी पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने दी.

र्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रयागराज के लिए 21.86 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृति की गयी है. जिसमें पहली किश्त के रूप में 8 करोड़ जारी किये जा चुके हैं. इस बजट से यमुना नदी के बीच में लेजर शो सिस्टम लगाये जायेंगे. जिसमें वाटर स्क्रीन डिस्प्ले सहित अन्य उपकण शामिल होंगे. इसी प्रकार बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में वाराणसी घाट पर वाटर लेजर शो के लिए 17.31 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं. 3 करोड़ की धनराशि जारी की गई है.

जयवीर सिंह ने बताया कि यूरोपीय देशों में वाटर लेजर शो काफी लोकप्रिय है. जिसको देखते रखते हुए पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए काशी व प्रयागराज में वाटर लेजर शो की तैयारी की गयी है. पर्यटक गंगा, यमुना की लहरों के साथ विजुअल एवं साउण्ड का आनन्द ले सकेंगे. प्रयागराज में पर्यटक यमुना के दर्शन के साथ महाकुंभ के बारे में भी बेहतर जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि वाटर लेजर शो आधे-आधे घंटे का होगा, जिन स्थलों पर वाटर लेजर शो की व्यवस्था की गयी है. उसमें कालीघाट, नमामिगंगे घाट, मौजागिरी घाट, बोट क्लब व त्रिवेणी दर्शन घाट हैं. यहां बड़ी संख्या में पर्यटक शो का आनंद ले सकेंगे. उन्होंने बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में प्रयागराज विदेशों में भी लोकप्रिय है. यहां संगम के साथ अनेक धार्मिक अध्यात्मिक स्थल हैं. जहां सालभर पर्यटक आते रहते हैं.

पर्यटन मंत्री ने बताया कि चार महीने बाद विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम महाकुंभ-2025 का आयोजन होगा. इस बार लगभग 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इस स्नान, ध्यान, भ्रमण व ठहरने की उत्तम व्यवस्था की जा रही है. वाटर लेजर शो भी इसका हिस्सा है. उन्होंने बताया कि इन शहरों में पर्यटकों को विशेष अनुभूति प्रदान करने के लिए वाटर लेजर शो का आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में वाराणसी व प्रयागराज में शुरू होने वाला वाटर लेजर शो देश-दुनिया से आने वाले लाखों करोड़ों पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनेगा. इन दोनों धार्मिक स्थलों पर आने वाले पर्यटक एवं श्रद्धालु प्रदेश की सांस्कृतिक विविधिता व गौरवशाली इतिहास से अपने-अपने देशों में पर्यटकों को यूपी आने के लिए प्रेरित करने का माध्यम बनेंगे.

इसे भी पढ़ें-लखनऊ-कानपुर हाईवे के किनारे पर खुलेगा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का नया परिसर, योगी सरकार ने लगाई मुहर

लखनऊः उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के रूप में पूरे देश भर में प्रसिद्ध काशी व प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को लुभाने के लिए पर्यटन विभाग ने इन दोनों जगह पर वाटर लेजर शो करने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए पर्यटन विभाग ने दोनों शहरों में वाटर लेजर शो करने के लिए 39.17 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया है. प्रयागराज के लिए 21.86 और काशी के लिए 17.31 करोड़ रुपये पर्यटन विभाग ने स्वीकृत किये गए है. यह जानकारी पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने दी.

र्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रयागराज के लिए 21.86 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृति की गयी है. जिसमें पहली किश्त के रूप में 8 करोड़ जारी किये जा चुके हैं. इस बजट से यमुना नदी के बीच में लेजर शो सिस्टम लगाये जायेंगे. जिसमें वाटर स्क्रीन डिस्प्ले सहित अन्य उपकण शामिल होंगे. इसी प्रकार बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में वाराणसी घाट पर वाटर लेजर शो के लिए 17.31 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं. 3 करोड़ की धनराशि जारी की गई है.

जयवीर सिंह ने बताया कि यूरोपीय देशों में वाटर लेजर शो काफी लोकप्रिय है. जिसको देखते रखते हुए पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए काशी व प्रयागराज में वाटर लेजर शो की तैयारी की गयी है. पर्यटक गंगा, यमुना की लहरों के साथ विजुअल एवं साउण्ड का आनन्द ले सकेंगे. प्रयागराज में पर्यटक यमुना के दर्शन के साथ महाकुंभ के बारे में भी बेहतर जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि वाटर लेजर शो आधे-आधे घंटे का होगा, जिन स्थलों पर वाटर लेजर शो की व्यवस्था की गयी है. उसमें कालीघाट, नमामिगंगे घाट, मौजागिरी घाट, बोट क्लब व त्रिवेणी दर्शन घाट हैं. यहां बड़ी संख्या में पर्यटक शो का आनंद ले सकेंगे. उन्होंने बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में प्रयागराज विदेशों में भी लोकप्रिय है. यहां संगम के साथ अनेक धार्मिक अध्यात्मिक स्थल हैं. जहां सालभर पर्यटक आते रहते हैं.

पर्यटन मंत्री ने बताया कि चार महीने बाद विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम महाकुंभ-2025 का आयोजन होगा. इस बार लगभग 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इस स्नान, ध्यान, भ्रमण व ठहरने की उत्तम व्यवस्था की जा रही है. वाटर लेजर शो भी इसका हिस्सा है. उन्होंने बताया कि इन शहरों में पर्यटकों को विशेष अनुभूति प्रदान करने के लिए वाटर लेजर शो का आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में वाराणसी व प्रयागराज में शुरू होने वाला वाटर लेजर शो देश-दुनिया से आने वाले लाखों करोड़ों पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनेगा. इन दोनों धार्मिक स्थलों पर आने वाले पर्यटक एवं श्रद्धालु प्रदेश की सांस्कृतिक विविधिता व गौरवशाली इतिहास से अपने-अपने देशों में पर्यटकों को यूपी आने के लिए प्रेरित करने का माध्यम बनेंगे.

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