लखनऊ: आयुष कॉलेजों में पहली काउंसिलिंग के बाद भी रिक्त रहने वाली स्नातक सीटों पर दाखिले के लिए बुधवार से दूसरी काउंसिलिंग शुरू हो गई है. निदेशक होम्योपैथी व नोडल अधिकारी प्रो. अरविंद कुमार वर्मा के नेतृत्व में संचालित होने वाली काउंसिलिंग में 19 को मेरिट सूची जारी की जाएगी और 22 अक्टूबर से दाखिले शुरू हो जाएंगे.
नोडल अधिकारी ने बताया, कि 18 तक अभ्यर्थी धरोहर राशि जमा करेंगे और अगले दिन मेरिट सूची जारी होगी. मेरिट सूची में शामिल अभ्यर्थियों से 19 अक्टूबर से मनपसंद कॉलेजों की प्राथमिकताएं ली जाएंगी, साथ ही दस्तावेजों की जांच के बाद सीट आवंटित कर दी जाएंगी. सीट आवंटन के बाद 28 अक्टूबर तक अभ्यर्थियों को संबंधित कालेजों में प्रवेश प्रक्रिया पूरी की जाएगी. होम्योथेपी निदेशक ने बताया कि दूसरी काउंसिलिंग में वही अभ्यर्थी शामिल होंगे, जिन्हें पहली काउंसिलिंग में सीट आवंटित न हुई हो.
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आयुष यूजी की पहली काउंसिलिंग में सीट आवंटन अपग्रेड सूची में शामिल 628 अभ्यर्थियों के दाखिले की प्रक्रिया चल रही है. निर्धारित समय में नए आवंटित कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया न पूरी करने पर सीट स्वतः निरस्त हो जाएगी. डॉ. अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि पहली सूची में 6,583 अभ्यर्थियों की सूची जारी की गयी थी, दाखिले भी हो चुके है. बावजूद, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी सरकारी कॉलेजों की सीटे रिक्त रह गयी हैं, उक्त सीटों पर प्रवेश के लिए अपग्रेड सूची जारी कर दी गयी की गई थी. उन्होंने बताया कि दूसरी काउंसलिंग शुरू हो गई है यह वही काउंसलिंग है जिसमें पहले काउंसलिंग से रिक्त सीट रह गई है उन्हीं को भरने के लिए दूसरी काउंसलिंग शुरू की गई है.
दस्तावेजों का दे विशेष ध्यान: डॉ. अरविंद कुमार वर्मा ने बताया, कि कभी भी रजिस्ट्रेशन करते हुए उम्मीदवारों को इस बात का ध्यान देना चाहिए कि जो भी वह दस्तावेज भर रहे हैं. उसमें किसी तरह की कोई भी त्रुटि न हो जिस तरह से दस्तावेज मांगे गए हैं. इस तरह से बिल्कुल सही दस्तावेज रजिस्ट्रेशन के दौरान अपलोड करें. किसी तरह की कोई फर्जी दस्तावेज या फर्जी रिजल्ट बिल्कुल भी न लगाई अन्यथा पूरा का पूरा आपका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा. जो भी उम्मीदवार रजिस्ट्रेशन करते हैं और अपनी सीट पसंद करते हैं. उसके बाद विभाग हर तरीके से वेरिफिकेशन करता है. वेरिफिकेशन में अगर जरा भी शंका हुई, तो पूरा रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाता है और उसे उम्मीदवार को काउंसलिंग से बाहर कर दिया जाता है.
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