लखनऊ : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की मीटिंग सोमवार की दोपहर हुई. बैठक में दो महत्वपूर्ण एजेंडे पर बात की गई. जिसमें उत्तर प्रदेश के 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव, बचे हुए बोर्ड और आयोग के पदाधिकारियों के चयन पर चर्चा हुई है. आने वाले दिनों में पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की जाएगी. इसके अतिरिक्त उपचुनाव में पार्टी का प्रचार अभियान आने वाले समय में कैसे आक्रामक किया जा सकता है, इस पर भी बात की गई. संगठन और सरकार के बीच समन्वय को लेकर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने समय-समय पर बातचीत करने को लेकर कहा.
सीएम के साथ केशव भी रहे मौजूद: इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के अलावा महत्वपूर्ण पदाधिकारी मौजूद रहे. लोकसभा चुनाव 2024 में बहुत से विधायक सांसद बन गए हैं. इसके अलावा कानपुर की शीशामऊ सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने के बाद यह सीट खाली हो गई. इन सारी सीटों पर उपचुनाव होना है. जिसकी घोषणा अगले एक सप्ताह में होने की संभावना है. नवंबर में चुनाव हो सकते हैं. यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न हैं. विधानसभा 2022 के चुनाव में इन 10 में से पांच सीटों पर भाजपा जीती थी. मगर लोकसभा चुनाव 2024 में जिस तरह का प्रदर्शन हुआ, उससे इन सीटों पर पुरानी जीत दोहराना भाजपा के लिए टेढ़ी खीर हो सकती है.
हर सीट के लिए 3 उम्मीदवारों का पैनल: उत्तर प्रदेश बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में 10 में से 9 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर चर्चा हुई. मुज़फ्फरनगर की मीरापुर सीट पर राष्ट्रीय लोक दल (RLD) उम्मीदवार तय करेगा, इसलिए इस सीट पर चर्चा नहीं हुई. बीजेपी ने बाकी 9 सीटों पर उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली है. हर सीट के लिए तीन उम्मीदवारों का पैनल तैयार किया गया है, जिससे फाइनल टिकट का निर्णय लिया जाएगा.
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने खासतौर पर सभी मंत्रियों के लिए निर्देश जारी किया है कि वह अपने-अपने प्रभार के जिलों में लगातार काम करते रहें. उनके बने रहने से ही बेहतर फीडबैक मिलते रहेंगे. जिसके जरिए चुनाव में जीत हासिल होगी. इसके अलावा सरकार और संगठन के बीच समन्वय को लेकर जितने भी बिंदु हैं, उसे पर लगातार संवाद किया जाता रहेगा.