पटना: बुर्ज खलीफा का नाम सुनते ही जेहन में विश्व की सबसे ऊंची इमारत आ जाती है, लेकिन हम बात कर रहे हैं बिहार के बुर्ज खलीफा की. यह सात धूर के प्लॉट पर बनी चार मंजिला इमारत लोगों को हैरान कर देता है. कोई समोसा बिल्डिंग तो कोई मसौढ़ी का बुर्ज खलीफा बिल्डिंग कह रहा है. चार मंजिला यह मकान अपने आप में अद्भुत है. यह कोई इंजीनियर का कमाल नहीं है, बल्कि एक गांव के राजमिस्त्री का कमाल है.
बिल्डिंग में सारी सुख-सुविधाएं: दरअसल, महज सात धूर की जमीन पर बनी चार मंजिला इमारत ने सभी को हैरान कर दिया है. यह मसौढ़ी के भारत पेट्रोल पंप के बगल में स्थित है. घर की चौड़ाई अंदर से केवल सात धूर है. बिल्डिंग को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसके मामूली आकार के बावजूद इसमें रसोईघर, बाथरूम और शयनकक्ष समेत सभी सुविधाएं शामिल हैं.
हर मंजिल पर दो रूम का फ्लैट: इस शानदार इमारत के बनने के बाद मसौढ़ी नई पहचान बना ली है. मकान मालिक ओमप्रकाश ने बताया कि इस इमारत को 2022 में तैयार किया गया था. इसे बनाने में कुल छह महीने लगे. मकान का डिजाइन ऐसा है कि एक हिस्से में सीढ़ियां और दूसरे हिस्से में पूरा मकान दिखाई देता है. जिसने इसे और भी अनूठा बना दिया है. हर एक मंजिल पर दो रूम का पूरा फ्लैट है.
एक पीलर पर पूरी बिंल्डिंग: इसकी बनावट देखकर बड़े बड़े शहरों के सिविल इंजीनियर भी हैरान हैं. एक ही पीलर पर पूरे चार मंजिला मकान खड़ा कर दिया. हर किसी को ये तस्वीर आश्चर्य में डाल रही है. कोई इसे समोसा बिल्डिंग तो बुर्ज खलीफा बता रहे हैं. पटना के मसौढ़ी में चर्चा का विषय बनी हुई है.
"सात धूर की जमीन त्रिकोणीय संरचना की थी. उस वक्त कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि यहां दुकान या मकान बनाए. गांव के ही एक राजमिस्त्री ने अपने आइडिया से चार मंजिला मकान बना दिया है." -ओम प्रकाश उर्फ कारू, मकान मालिक, मसौढ़ी
देसी राजमिस्त्री ने खड़ी कर दी बिल्डिंग: मकान मालिक ओमप्रकाश उर्फ करू ने बताया कि यह मकान दामीचक है. सात धूर की जमीन को देखकर एक बार लगा कि जमीन खरीदने के निर्णय गलत हो गया. यहां न तो दुकान और न मकान बन पाएगा. गांव के राजमिस्त्री संतोष कुमार ने इंजीनियर के मात देते हुए अपने देसी हुनर से यहां पूरी बिल्डिंग खड़ी कर दी.
"पूरे मसौढ़ी के लिए चर्चा का विषय है. कोई इस बुर्ज खलीफा कह रहा है तो कोई समोसा का बिल्डिंग कह रहा है. पीछे से बुर्ज खलीफा और आगे से देखने पर त्रिकोणीय समोसा आकार का बिल्डिंग दिखता है." -चंद्रदेव कुमार, मसौढ़ी
ये भी पढ़ें
6 फीट चौड़ी जगह में बना है मुजफ्फरपुर का ये 'अजूबा घर', 'एफिल टावर' के नाम से है फेमस