पटना: केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके (राहुल) लिए जाति जनगणना की मांग केवल स्लोगन की तरह है, लेकिन देश की जनता भी उनकी मंशा समझती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में सफलता पूर्वक जाति आधारित गणना करवाई है, इसके बावजूद आज तक राहुल ने आजतक इसकी प्रशंसा नहीं की.
'ममता के दबाव में प्रस्ताव रिजेक्ट किया': जेडीयू नेता ललन सिंह ने कहा कि राहुल गांधी अब जाति जनगणना को देश का मुद्दा बनाना चाहते हैं. वह इस पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, क्योंकि इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान हमारे प्रस्ताव को उन्होंने नहीं माना था. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब हमलोग इंडिया गठबंधन में थे, तब बेंगलुरु और मुंबई की बैठक में हमने जाति जनगणना को लेकर प्रस्ताव पारित कराने के लिए कहा था लेकिन ममता बनर्जी के दबाव में राहुल गांधी ने बात नहीं मानी और उसे रिजेक्ट कर दिया.
"आज राहुल गांधी जी को जातीय जनगणना की बहुत चिंता हो रही है. जब हमलोगों ने इंडिया गठबंधन की दो बैठक बेंगलुरु और मुंबई में इस पर प्रस्ताव पारित करने को कहा था, तब उन्होंने ममता बनर्जी के दबाव में इसे रिजेक्ट कर दिया. आज वह घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. वो जनता को भ्रमित करने के लिए स्लोगन देते हैं." - ललन सिंह, केंद्रीय मंत्री
'राज्यों को भी यूपीएस लागू करना चाहिए': केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने यूपीएस का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जो नई पेंशन स्कीम यूनिफाइड पेंशन स्कीम लागू की है, उसे तमाम राज्यों को भी लागू करना चाहिए. उन्होंने कहा कि एनडीए शासित राज्यों में पेंशन की योजनाओं में कई सुधार भी किए गए हैं लेकिन जहां भी इंडिया गठबंधन की सरकार है, वहां पर राज्यकर्मियों को इसका फायदा नहीं मिला है. इसीलिए केंद्र सरकार ने जो नई पेंशन योजना लागू किया है, उस पर इंडिया गठबंधन के लोगों को भी विचार करना चाहिए ताकि वहां के राज्यकर्मियों को भी फायदा होगा.
ये भी पढ़ें:
'वक्फ संशोधन विधेयक के पक्ष में JDU', लोकसभा में विपक्ष पर बरसे ललन सिंह - Waqf Act Amendment