जोधपुर. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदेश की भजनलाल सरकार को सर्कस बताए जाने के बयान पर भाजपा के नेता लगातार पलटवार कर रहे हैं. सोमवार को केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस विषय पर पलटवार करते हुए कहा कि गहलोत को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए उनकी सरकार के समय महिलाओं की क्या स्थिति थी, लगातार पेपर लीक होने के बाद भी वे क्लीन चिट देते रहे. सोमवार को अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए शेखावत ने कहा कि राजनीतिक टिप्पणियां करने से पहले उनको अपने 5 साल के काम में किस तरह के हालात थे वो देखना चाहिए.
राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार कई गुना बढ़ गए थे. मैं लगातार कह रहा था कि जिस आदमी की सरकार होते हुए राजस्थान में पेपर लीक मामले में इतनी सारी घटनाएं हुई और लगातार वह खुद आगे आकर क्लीन चिट देते रहे. यह कहते रहे कि पेपर लीक में सरकारी अधिकारी, राजनेता और कर्मचारी का इंवॉल्वमेंट नहीं है. लेकिन आज जब हकीकत सामने आ रही है तब बौखलाए हुए हैं इस तरह के स्टेटमेंट देते हैं. लेकिन राजस्थान की जनता ने पिछले 5 साल का उनका शासन काल देखा है. जनता उनको अच्छी तरह से जानती है और पहचानती भी है. उनका स्टेटमेंट उनकी खिसियाहट दिखाता है. उल्लेखनीय की अशोक गहलोत रविवार को जोधपुर आए थे और उन्होंने भजनलाल सरकार के कामों पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि सरकार नहीं सर्कस है. सीएम को अब जनता को राहत देने के काम करना चाहिए.
राठौड़ और पटेल ने भी किया था पलटवार : कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल और भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रदेश सरकार को सर्कस बताए जाने वाले बयान पर पलटवार किया था. जोगाराम ने कहा कि खुद मियां फजीहत औरों को नसीहत वाली कहावत गहलोत के लिए बनी है. उनको कुछ बोलने से पहले अपनी सरकार के काम देखने चाहिए. जबकि राठौड़ ने कहा था कि कांग्रेस सरकार के कई जोकर पेपर लीक मामले में पकड़े जा रहे हैं, कांग्रेस सरकार के समय इन्हीं जोकरों ने प्रदेश में पेपर लीक की झड़ी लगा दी थी. उनमें से बहुत सीखचों के पीछे हैं और बहुत से किरदार सामने आने वाले हैं. प्रदेश की सरकार भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है. संकल्प पत्र के वादे पूरे कर रही है इसलिए उनको सर्कस लग रही है.