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केंद्रीय मंत्री शेखावत लगा सकते हैं राजस्थान के पर्यटन को पंख - Tourism of Rajasthan - TOURISM OF RAJASTHAN

Tourism and Cultural Minister, गजेंद्र सिंह शेखावत को मोदी कैबिनेट 3 में लगातार दूसरी बार बड़ी जिम्मेदी मिली है. शेखावत ने पर्यटन व संस्कृति मंत्री का कार्यभार संभाल लिया है. ऐसे में वे राजस्थान के पर्यटन व्यवसाय को बढ़ाने में वे कारगर साबित हो सकते हैं.

Union Minister Gajendra Singh
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह (ETV Bharat File Photo)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 12, 2024, 5:09 PM IST

पवन मेहता का बड़ा बयान (ETV Bharat Jodhpur)

जोधपुर. राजस्थान में जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत के लगातार दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनने और उनको पर्यटन और संस्कृति विभाग का जिम्मा दिए जाने से सांस्कृति और पर्यटन की दृष्टि मजबूत राजस्थान की उम्मीदें बढ़ गई हैं. प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था में महती भूमिका निभाने वाले पर्यटन व्यवसाय को उद्योग का दर्जा दिया जा चुका है. ऐसे में अब केंद्र सरकार की मदद से शेखावत प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को बढ़ाने में कारगर साबित हो सकते हैं. वे केंद्र की मदद से राजस्थान में धार्मिक पर्यटन सर्किट, थार पर्यटन सर्किट, हिस्टोरिकल प्लेसेज सर्किट बनाकर उनको विकसित करवा सकते हैं.

इसके अलावा प्रमुख पर्यटन नगरों में नाइट टूरिज्म सहित अन्य आकर्षण विकसित करवा फायदा दे सकते हैं. जोधपुर की बात करें तो इस टूरिज्म सिटी के लिए उनके पास करने के लिए बहुत कुछ है, जिसको लेकर इस काम से जुड़े लोग आशान्वित हैं. जोधपुर में खास तौर से नाइट टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाए तो यहां टूरिस्ट का ठहराव होगा. यह बात भी दीगर है कि केंद्र की स्वदेश दर्शन योजना के तहत जोधपुर के भीतरी शहर में प्वाइंट विकसित करने के लिए बजट हाल ही में जारी हुआ है.

पढ़ें : गजेन्द्र सिंह शेखावत ने संभाला पर्यटन मंत्री का कार्यभार, बोले-'विकसित भारत' में होगा योगदान - Gajendra Shekhawat took charge

वैश्विक प्रचार में मिलेगी जगह : पर्यटन मंत्रालय विदेश में भारत के पर्यटन स्थलों का प्रचार करता है. इनमें राजस्थान के स्थलों का नंबर कभी कभार ही लगता है. ऐसे में राजस्थान से मंत्री होने से शेखावत प्रदेश के प्रमुख स्थलों और नए विकसित किए गए स्थलों को प्रचार में शामिल कर उन क्षेत्रों के पर्यटन को बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. राजस्थान के छोटे-छोटे तेजी से विकसित हो रहे पर्यटन केंद्रों को देश के सामने लाने में मदद कर सकते हैं.

धार्मिक पर्यटन की कनेक्टिविटी में सुधार : मोदी सरकार ने अयोध्या को धार्मिक पर्यटन के केद्र के रूप में विकसित कर दिया है. ऐसे में राजस्थान में ऐसे कई प्रमुख धार्मिक केंद्र हैं, जहां साल में लाखों की संख्या में श्रद्धालू आते हैं. इनमें रामदेवरा, खाटू श्यामजी, सालासर, मीरां नगरी मेड़ता, ओसियां, नाकोडा, मेहंदीपुर बालाजी, सहित ऐसे स्थलों को विकसित करने के साथ-साथ इनकी रेल व रोड कनेक्टिविटी मजबूत करवा, यहां घरेलू पर्यटक बढ़ा सकते हैं. राजस्थान के पर्यटन स्थलों पर रेल कनेक्टिविटी की कमी लंबे समय से है. ऐसे में शेखावत मारवाड़ के रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के सहयोग से बहुत करवा सकते हैं.

रूरल टूरिज्म में सबसे ज्यादा स्कोप : होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन मेहता का कहना है कि कोविड के बाद से रुरल टूरिज्म के प्रति लोगों को रूझान बढ़ा है. राजस्थान के पर्यटन मंत्री होने का फायदा इस कंसेप्ट को मिल सकता है. केंद्र की नीति के साथ राजस्थान की पॉलिसी के साथ मिलाकर इसे बढ़ाया जा सकता है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्थाई रोजगार सृजित किया जा सकता है.

प्रमुख शहरों में विकसित करें जोन : मेहता ने बताया कि चंडीगढ़ जैसे शहर में होटल्स के लिए दो सेक्टर बनाए गए हैं, जिनमें सरकार ने सरकारी दरों पर होटल की जमीनें दी हैं. राजस्थान में पर्यटन की अपूर्व संभावनाएं हैं. सरकार को बड़े केंद्रो के साथ-साथ विकसित होते नए पर्यटन केंद्रों पर होटेलियर को सस्ती जमीनें देने का प्रावधान करना चाहिए, जिससे उन क्षेत्रों के लोगों को रोजगार मिलेगा और पर्यटकों को सुविधाएं जिसका फायदा स्टेट को भी होगा.

पवन मेहता का बड़ा बयान (ETV Bharat Jodhpur)

जोधपुर. राजस्थान में जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत के लगातार दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनने और उनको पर्यटन और संस्कृति विभाग का जिम्मा दिए जाने से सांस्कृति और पर्यटन की दृष्टि मजबूत राजस्थान की उम्मीदें बढ़ गई हैं. प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था में महती भूमिका निभाने वाले पर्यटन व्यवसाय को उद्योग का दर्जा दिया जा चुका है. ऐसे में अब केंद्र सरकार की मदद से शेखावत प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को बढ़ाने में कारगर साबित हो सकते हैं. वे केंद्र की मदद से राजस्थान में धार्मिक पर्यटन सर्किट, थार पर्यटन सर्किट, हिस्टोरिकल प्लेसेज सर्किट बनाकर उनको विकसित करवा सकते हैं.

इसके अलावा प्रमुख पर्यटन नगरों में नाइट टूरिज्म सहित अन्य आकर्षण विकसित करवा फायदा दे सकते हैं. जोधपुर की बात करें तो इस टूरिज्म सिटी के लिए उनके पास करने के लिए बहुत कुछ है, जिसको लेकर इस काम से जुड़े लोग आशान्वित हैं. जोधपुर में खास तौर से नाइट टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाए तो यहां टूरिस्ट का ठहराव होगा. यह बात भी दीगर है कि केंद्र की स्वदेश दर्शन योजना के तहत जोधपुर के भीतरी शहर में प्वाइंट विकसित करने के लिए बजट हाल ही में जारी हुआ है.

पढ़ें : गजेन्द्र सिंह शेखावत ने संभाला पर्यटन मंत्री का कार्यभार, बोले-'विकसित भारत' में होगा योगदान - Gajendra Shekhawat took charge

वैश्विक प्रचार में मिलेगी जगह : पर्यटन मंत्रालय विदेश में भारत के पर्यटन स्थलों का प्रचार करता है. इनमें राजस्थान के स्थलों का नंबर कभी कभार ही लगता है. ऐसे में राजस्थान से मंत्री होने से शेखावत प्रदेश के प्रमुख स्थलों और नए विकसित किए गए स्थलों को प्रचार में शामिल कर उन क्षेत्रों के पर्यटन को बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. राजस्थान के छोटे-छोटे तेजी से विकसित हो रहे पर्यटन केंद्रों को देश के सामने लाने में मदद कर सकते हैं.

धार्मिक पर्यटन की कनेक्टिविटी में सुधार : मोदी सरकार ने अयोध्या को धार्मिक पर्यटन के केद्र के रूप में विकसित कर दिया है. ऐसे में राजस्थान में ऐसे कई प्रमुख धार्मिक केंद्र हैं, जहां साल में लाखों की संख्या में श्रद्धालू आते हैं. इनमें रामदेवरा, खाटू श्यामजी, सालासर, मीरां नगरी मेड़ता, ओसियां, नाकोडा, मेहंदीपुर बालाजी, सहित ऐसे स्थलों को विकसित करने के साथ-साथ इनकी रेल व रोड कनेक्टिविटी मजबूत करवा, यहां घरेलू पर्यटक बढ़ा सकते हैं. राजस्थान के पर्यटन स्थलों पर रेल कनेक्टिविटी की कमी लंबे समय से है. ऐसे में शेखावत मारवाड़ के रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के सहयोग से बहुत करवा सकते हैं.

रूरल टूरिज्म में सबसे ज्यादा स्कोप : होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन मेहता का कहना है कि कोविड के बाद से रुरल टूरिज्म के प्रति लोगों को रूझान बढ़ा है. राजस्थान के पर्यटन मंत्री होने का फायदा इस कंसेप्ट को मिल सकता है. केंद्र की नीति के साथ राजस्थान की पॉलिसी के साथ मिलाकर इसे बढ़ाया जा सकता है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्थाई रोजगार सृजित किया जा सकता है.

प्रमुख शहरों में विकसित करें जोन : मेहता ने बताया कि चंडीगढ़ जैसे शहर में होटल्स के लिए दो सेक्टर बनाए गए हैं, जिनमें सरकार ने सरकारी दरों पर होटल की जमीनें दी हैं. राजस्थान में पर्यटन की अपूर्व संभावनाएं हैं. सरकार को बड़े केंद्रो के साथ-साथ विकसित होते नए पर्यटन केंद्रों पर होटेलियर को सस्ती जमीनें देने का प्रावधान करना चाहिए, जिससे उन क्षेत्रों के लोगों को रोजगार मिलेगा और पर्यटकों को सुविधाएं जिसका फायदा स्टेट को भी होगा.

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