अजमेर. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ईआरसीपी को लेकर प्रेसवार्ता करते हुए कांग्रेस की विगत सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर प्रहार किया. शेखावत ने कहा कि 13 जिलों में 3 करोड़ से अधिक लोगों के कंठ को जल से वंचित करने का काम अशोक गहलोत ने अपनी सरकार में किया है. उन्होंने कहा कि "मैंने चुनाव से पहले कहा था कि इस पाप के ताप से ही जलकर कांग्रेस भस्म हो जाएगी और वही हुआ." उन्होंने दावा किया है कि 5 वर्षों में ईस्टर्न कैनल का कार्य पूर्ण हो जाएगा.
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि विधानसभा चुनाव में ईआरसीपी के मुद्दे को कांग्रेस ने हथियार बनाया था, लेकिन यही हथियार ब्रह्मास्त्र उनके लिए बन गया. पूर्वी राजस्थान की जनता ने कांग्रेस को आइना दिखा दिया. उन्होंने कहा कि विगत 5 वर्ष कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर सियासत की और जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़े बहुमत की सरकार बनी है. उन्होंने कहा कि विगत कांग्रेस सरकार में पेपर लीक के मामलों की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई है. युवा बेरोजगारों के साथ विगत कांग्रेस सरकार ने कुठाराघात किया है. उन्होंने कहा कि पेपर लीक प्रकरण में एसआईटी जांच करेगी और यदि आवश्यकता पड़ी तो केंद्र की एजेंसियां भी इसमें शामिल रहकर सहयोग करेंगी. उन्होंने यह भी कहा कि पारदर्शी तरीके से भविष्य में परीक्षाएं होगी.
गहलोत सरकार ने की केवल सियासत : केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा विगत कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर जनता को केवल गुमराह किया है. शेखावत ने कहा कि 13 जिलों के तीन करोड़ लोगों के प्यासे कंठों पर कुठाराघात और लाखों हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचित होने के किसानों के सपने को भी लटका कर पाप किया है. " शेखावत ने कहा कि इस योजना को भाजपा के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की बार-बार तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोशिश की. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मेरे लिए क्या कुछ नहीं कहा". मंत्री शेखावत ने कहा कि ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर आयोजित बैठकों में भी तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दबाव में अधिकारी बैठक में सम्मिलित नहीं हुए.
नदियों को जोड़ने के लिए तीस लिंक हुए आईडेंटिफाई : केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय बनी पार्वती काली सिंध चंबल परियोजना और वसुंधरा राजे के समय बनी हुई पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना को जोड़कर इंटीग्रेटेड लिंक बना दिया गया है. उन्होंने बताया कि देश में 30 ऐसे लिंक आईडेंटिफाई किए गए हैं, जिसमे सरप्लस पानी रहता है. वहां से पानी उन स्थानों पर भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि ईआरसीपी परियोजना के तहत 13 राजस्थान के और 13 ही जिले मध्य प्रदेश के लाभान्वित होंगे और इन जिलों के लिए यह परियोजना लाइफ लाइन बनेगी. उन्होंने बताया कि 40 हजार करोड़ की यह परियोजना है. आगामी 5 वर्षों में यह परियोजना पूर्ण होगी. इस परियोजना के पूर्ण होने पर बीसलपुर में भी हमेशा पानी भरा रहेगा और अजमेर की पेयजल की समस्या भी दूर होगी. साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए पानी भी मिलेगा. इस बड़ी योजना से 35 से ज्यादा छोटे-बड़े बांध और तालाब भरे जाएंगे, इसके कारण भूजल भी बढ़ेगा.
यह राजनीति का मुद्दा नहीं : केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भगवान श्री राम का मंदिर और ईआरसीपी हमारे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है और न ही भाजपा इसका राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि देश के गरीब आदमी के जीवन में परिवर्तन लाना उद्देश्य है, ताकि वह समृद्ध बनकर देश को विकसित करने में अपनी भागीदारी निभाए. इस संकल्प के साथ बीजेपी काम कर रही है, हमारा उद्देश्य इन मुद्दों को लेकर राजनीति करना नहीं है.