पटना: 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के अंतरिम बजट 2024 पेश करेंगी. क्योंकि इसी वर्ष लोकसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में आम लोग इस बार की बजट से काफी उम्मीद लगाकर रखे हुए हैं. लोग इस उम्मीद में है कि चुनावी वर्ष है तो कुछ लोक लुभावने वादे होंगे और सभी वर्गों का हित ध्यान में रखा जाएगा. वहीं युवा वर्ग इस उम्मीद में है कि शिक्षा में जो जीएसटी 18% का है उसमें थोड़ी सरकार कटौती करेगी.
सरकार सभी वर्गों का ख्याल रखेगी: अंतरिम बजट से अपनी उम्मीदों के बारे में बात करते हुए विनोद कुमार विद्यार्थी ने बताया कि इस वर्ष लोकसभा की चुनाव होने हैं. ऐसे में इस बार के बजट से आम लोगों को अधिक उम्मीदें हैं. उन्हें लगता है कि सरकार सभी वर्ग के हित का ख्याल रखेगी और टैक्स स्लैब में भी थोड़ी राहत मिलेगी. नीतीश कुमार ने कहा कि मैं विद्यार्थी हूं और इस बार की बजट से वह उम्मीद करते हैं कि शिक्षा को थोड़ा सस्ता किया जाएगा.
बेरोजगार नौजवानों को मिले रोजगार: उन्होंने कहा कि शिक्षा में 18 परसेंट का जीएसटी लग रहा है. इस वजह से एकेडमिक फीस महंगे हो गए हैं. वह चाहेंगे कि इसमें थोड़ी कटौती हो और बजट में रोजगार सृजन पर फोकस होता कि बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मिल सके. युवक राम शंकर कुमार ने कहा कि बजट हर साल आता है, लेकिन इस बार लोकसभा का चुनाव है तो उम्मीद है कि सभी के लिए बजट में कुछ ना कुछ होगा. बजट में महंगाई नियंत्रित करने के दिशा में कदम सरकार यदि उठाती है तो अच्छा होगा.
टैक्स में कटौती की उम्मीदें: वहीं नवल किशोर शर्मा ने कहा कि इस बार की बजट में वह उम्मीद करते हैं कि टैक्स स्लैब में थोड़ी छूट मिलेगी और 10 लाख तक के आय में इनकम टैक्स की छूट सरकार की ओर से दी जाएगी. इसके अलावा रोजमर्रा की जरूरत के सामान पर भी टैक्स में कटौती की वह उम्मीद करते हैं. चुनावी वर्ष है तो केंद्र सरकार अपने बजट में हर वर्ग का हित साधने की जरूर कोशिश करेगी.
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