जयपुर : यूएन वर्ल्ड डे ऑफ रिमेम्बरेंस फॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम्स के अवसर पर रविवार शाम को जयपुर की 'मुस्कान फाउंडेशन फॉर रोड सेफ्टी' की ओर से एक अनूठा आयोजन किया गया. जवाहर कला केंद्र (जेकेके) के 'मध्यवर्ती' में सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस मौके पर बेंगलुरू के तांबवेकर दंपती भी बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए, जिन्होंने 10 साल पहले एक सड़क हादसे में अपनी बेटी को खोया तो उन्होंने दूसरे लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की ठानी और अब लगातार लोगों को रोड सेफ्टी के लिए जागरूक कर रहे हैं.
इसी तरह मुस्कान फाउंडेशन के ट्रस्टी प्रमोद भसीन और उनकी पत्नी मृदुल भसीन ने भी एक हादसे में अपनी बेटी को खो दिया था. इसके बाद से वे लोगों को सड़क सुरक्षा के लिए जागरूक करने की मुहिम चला रहे हैं.
पुलिस कमिश्नर जोसफ ने लिखा स्लोगन : इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने रोड सेफ्टी के लिए चलाई जा रही मुहिम के समर्थन में स्लोगन लिखा. सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा भी बतौर अतिथि कार्यक्रम में मौजूद रहे. मुस्कान फाउंडेशन फॉर रोड सेफ्टी कि ट्रस्टी, डॉ. मृदुल भसीन ने अतिथियों का स्वागत किया. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में शहर के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने गीत, नृत्य और नाटक जैसी विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुति के माध्यम से सड़क पर सावधानी व सुरक्षा बरतने और यातायात नियमों का पालन करने का संदेश दिया. इन प्रस्तुतियों को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में विशेष रूप से युवाओं के बीच जागरूकता बढ़ाने और उन्हें जोड़ने के लिए डिजाइन किया गया है.
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सड़क हादसे में जान गंवाने वालों को किया याद : कार्यक्रम में शहर के 40 से अधिक स्कूलों के लगभग 600 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. कार्यक्रम की शुरुआत स्कूली बच्चों द्वारा बैंड मार्च से हुई. इसके बाद, बच्चों ने विशेष प्रस्तुति के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं, राजू कुमार द्वारा निर्देशित नाटक 'हेलमेट' के जरिए बच्चों ने वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने के महत्व पर जोर दिया.
स्टूडेंट ने शॉर्ट फिल्म बनाकर दिया संदेश : कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा पर आधारित रील चैलेंज के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया. इस चैलेंज में स्टूडेंट्स ने सड़क सुरक्षा पर शॉर्ट फिल्में बनाकर अपनी रचनात्मकता और कलात्मकता का बेहतरीन प्रदर्शन किया. कार्यक्रम में बच्चों द्वारा समूह गीत और रैप गीतों की शानदार प्रस्तुतियां भी दी गईं, जिन्होंने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
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संवाद में दिए अहम सुझाव : इस अवसर पर विशेष 'संवाद' का भी आयोजन किया गया. इस सेशन के विशेष अतिथियों में बेंगलुरू के अरुंधति फाउंडेशन से संजय तांबवेकर और डॉ. शुभांगी तांबवेकर, पुलिस उपायुक्त जयपुर शहर (ईस्ट), तेजस्वनी गौतम और संयुक्त सचिव, वित्त (टैक्सेशन) डॉ. खुशाल यादव ने चर्चा की. इस संवाद का संचालन, डॉ. मृदुल भसीन ने किया. संवाद के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं के विभिन्न पहलुओं को सामने लाया गया. सभी वक्ताओं ने अपने-अपने विचार साझा किए और साथ ही अंगदान को लेकर जागरूक किया.
संयुक्त राष्ट्र ने घोषित किया खास दिवस : इसके बाद, कार्यक्रम में क्विज मास्टर, नरेंद्र गुप्ता द्वारा बच्चों के लिए एक इंटरैक्टिव रोड सेफ्टी क्विज का भी आयोजन किया गया. कार्यक्रम में स्कूली बच्चे, अभिभावक, कम्यूनिटी लीडर्स और पुलिस, चिकित्सा और परिवहन विभागों के प्रमुख स्टेकहोल्डर्स सहित शहर के नागरिक भी शामिल हुए. गौरतलब है कि सड़क दुर्घटनाओं में आहत और काल कवलित हुए लोगों की स्मृति से सीख लेने एवं उन्हें श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से 'संयुक्त राष्ट्र विश्व स्मरण दिवस' प्रत्येक वर्ष नवंबर माह के तीसरे रविवार को आयोजित किया जाता है.