उमरिया: अगर आपको प्रकृति और जंगली जीवों से प्यार है और आप जंगलों में घूमना पसंद करते हैं. ऐसे लोगों के लिए अच्छी खबर है कि 1 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व शुरू हो रहा है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 30 जून की शाम से ही पर्यटकों के लिए सफारी बंद हो गई थी. 3 माह बाद 1 अक्टूबर को फिर से सफारी शुरू हो जाएंगी. जिसके बाद एक बार फिर से टाइगर रिजर्व में पर्यटन आना शुरू हो जाएगा.
पुणे के एक्सपर्ट ने दी गाइड को ट्रेनिंग
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा बताते हैं कि,"1 अक्टूबर से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पर्यटकों के लिए खुल जाएगा. इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. हमारे गाइडों की दो दिन के लिए ट्रेनिंग चल रही है. इसके लिए हमने पुणे से करीब 24 से 25 साल अनुभवी ट्रेनर को बुलाया हुआ है, जो इन गाइडों को अच्छे से ट्रेंड कर रहे हैं. साथ ही उनका ट्रेनिंग सेशन बहुत अच्छा चल रहा है. हम चाहते हैं कि जब भी यहां कोई टूरिस्ट आए और हमारे गाइड के साथ सफर करें, तो वो बोलें कि बांधवगढ़ के गाइड का नॉलेज बहुत अच्छा है और वो सही से प्रकृति के बारे में हम लोगों को डिस्क्राइब करते हैं.''
गाइडों के बिहेवियर पर किया जा रहा काम
पीके वर्मा ने कहा कि "गाइडों के बिहेवियर से लेकर हर चीज पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे वह टूरिस्ट को अच्छे से गाइड कर सकें. साथ ही वो खुद को भी इस हेक्टिक शेड्यूल में कैसे स्वस्थ रखें इसके लिए भी ट्रेनिंग दी जा रही है. इस दौरान उन्हें योगा आदि भी सिखाए जा रहे हैं, क्योंकि लगातार जिप्सी में पीछे बैठकर दिन भर पर्यटकों के साथ जाना पड़ता है. इससे उन्हें भी इस व्यस्त शेड्यूल में दिक्कत ना हो ट्रेनिंग में यह भी एक पार्ट रखा गया है."
रास्तों के सुधार कार्य जारी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक पीके वर्मा बताते हैं कि "बरसात का मौसम चल रहा है और इस साल बरसात भी अच्छी हुई है. जिसके चलते रास्तों में गड्ढे हो गए हैं, उन्हें भी दुरुस्त किया जा रहा है. रास्तों को सुगम बनाने की कोशिश की जा रही है, जिससे पर्यटकों को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो और इसके लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं. हालांकि, अभी भी बारिश हो रही है."
इंटरनेशनल लेवल की फैसिलटी की तैयारी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक पीके वर्मा ने कहा कि "हमारा प्रयास है कि हम टूरिस्ट को जो फैसिलिटी दे रहे हैं, वो इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की हो. हमारे पास इंटरनेशनल टूरिस्ट बहुत ज्यादा आते हैं और इस पर भी हमारा फोकस है. क्योंकि बांधवगढ़ में इंटरनेशनल टूरिजम बहुत ज्यादा है और इंटरनेशनल टूरिस्ट जब हमारे पास आते हैं, तो उन्हें किसी तरह की तकलीफ ना हो, इसके लिए हम विशेष योजना भी बना रहे हैं. हमने रिसोर्ट संगठन वालों से भी बात की है, जहां प्रशासन से हो पाएगा वहां सीएसआर फंड (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) से हम सब मिलकर के अच्छी फैसिलिटी देने की कोशिश कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि जब हमारे पर्यटक बांधवगढ़ पहुंचे, तो उसको इंटरनेशनल लेवल का लुक दिखे और वो खुद को सेल्फी लेने से रोक ना सके."
त्योहार में बुकिंग फुल
अक्सर कहा जाता है कि जिनको बाघों का दीदार करना होता है, वो बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ही आते हैं. क्योंकि यहां बड़ी आसानी से बाघों के दीदार हो जाते हैं. पर्यटकों को ब्रेसब्री से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खुलने का इंतजार रहता है. आगामी त्यौहार दीपावली और दशहरा के लिए अभी से बुकिंग फुल हो चुकी है. लगातार 1 तारीख से ही बुकिंग जारी है. काफी पहले से बुकिंग का काम शुरू हो चुका है और काफी पर्यटक पर्यटन के लिए बुकिंग कर रहे हैं.
बांधवगढ़ में कितने बाघ?
बांधवगढ़ की असल पहचान तो बाघों को लेकर ही है. ऐसे में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक पीके वर्मा बताते हैं कि "बांधवगढ़ में बाघों की संख्या जो है 2022 की जनगणना के हिसाब से 165 एडल्ट बाघ आईडेंटिफाई हुए थे. जिसमें मेल फीमेल मिलाकर के हैं. फीमेल विद कब्स करीब 7 से 8 फीमेल ऐसी आईडेंटिफाई की गई थीं. जिनके दो से तीन बच्चे अगर एवरेज भी लेते हैं तो यह मान सकते हैं कि इस समय बांधवगढ़ में लगभग 200 बाघ होंगे."
प्रदेश में बांधवगढ़ नंबर वन
बांधवगढ़ में बाघों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसलिए बड़ी आसानी से बांधवगढ़ में पर्यटकों को बाघों के दीदार भी हो जाते हैं. पूरे देश में घनत्व की बात करें तो चौथे नंबर पर हमारा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व आता है. वहीं मध्य प्रदेश में इस मामले में सबसे टॉप पर है. प्रति 100 वर्ग किलोमीटर में बाघों की संख्या मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ में सबसे ज्यादा है.
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बांधवगढ़ क्यों खास?
किसी भी पर्यटक के मन में अगर यह सवाल आता है कि बांधवगढ़ क्यों खास है, तो बता दें कि अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो बांधवगढ़ आपके लिए ही बना है. क्योंकि बांधवगढ़ में आपको प्रकृति की अद्भुत छटा तो देखने को मिलेगी ही. साथ ही यहां बहुत ही आसानी से आपको बाघों के दीदार हो जाएंगे. क्योंकि यहां काफी संख्या में बाघ पाए जाते हैं. साथ ही यहां हाथी भी देखने को मिल जाते हैं. इसके अलावा कई ऐसे जंगली जानवर व अद्भुत पक्षियों यहां मिलते हैं, जो अनायास ही आपका मन मोह लेंगे.