उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में विश्व की एकमात्र वैदिक घड़ी नगर निगम द्वारा स्थापित की जा चुकी है. जिसका लोकार्पण आज गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भोपाल के लाल परेड ग्राउंड से सीएम डॉ. मोहन यादव मुख्यमंत्री के द्वारा वर्चुअली किया जाएगा. बुधवार को वैदिक घड़ी से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. वैदिक घड़ी के टॉवर पर आकर्षक विद्युत सज्जा भी की गई है.
पीएम मोदी करेंगे लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को लाल परेड ग्राउंड भोपाल में आयोजित कार्यक्रम से वर्चुअल जुड़कर लोकार्पण करेंगे. इसके साथ ही उज्जैन जिले के लगभग 1819.549 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण भी करेंगे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव उपस्थित रहेंगे. प्रधानमंत्री मोदी विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का उद्घाटन और समस्त जिलों में साइबर तहसील का शुभारंभ भी करेंगे. वहीं इसी दौरान उज्जैन में जनप्रतिनिधि सांसद अनिल फिरोजिया, महापौर मुकेश टटवाल, निगम सभापति कलावती यादव, सहित तमाम लोग उपस्थित होंगे.
वैदिक घड़ी में पंचांग समाहित रहेगा
उज्जैन विक्रम संवत, मास, ग्रह स्थिति, योग, भद्रा स्थिति, चंद्र स्थिति, पर्व, शुभाशुभ मुहूर्त, घटी, नक्षत्र, जयंती, व्रत, त्यौहार, चौघड़िया, सूर्य ग्रहण, चन्द्र ग्रहण, आकाशस्थ, ग्रह, नक्षत्र, ग्रहों का परिभ्रमण इस वैदिक घड़ी में स्वाभाविक रूप से समाहित होंगे. विक्रमादित्य वैदिक घड़ी VST=1.25 टाइम जोन सुनर्से पर आधारित है जो कि वैदिक आधार है.
वैदिक घड़ी में होंगे 30 घंटे, 48 मिनट का घंटा
इस वैदिक घड़ी को स्थापित करने वाले सुशील गुप्ता ने बताया कि यह घड़ी 30 घंटे की रहेगी. इसमें हमारा इंडियन स्टैंडर्ड टाइम है. उनके अनुसार 48 मिनट का एक घंटा है. वैदिक समय के साथ ही अलग-अलग मुहूर्त ये घड़ी दिखाएगी. गुप्ता के अनुसार पुरानी कालगणना के आधार पर कैलकुलेशन करके ये वैदिक घड़ी बनाई है. वॉच टावर पर करीब 80 फीट की उंचाई पर क्रेन की सहायता से इसे लगाया गया.