उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एलएलबी द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. नीमच स्थित स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर कॉलेज में 24 अगस्त को कांस्टीट्यूशनल लॉ ऑफ इंडिया विषय का प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले ही वितरित कर दिया गया. यह परीक्षा वास्तव में 10 सितंबर को होनी थी लेकिन कॉलेज प्रशासन द्वारा 24 अगस्त को ही प्रश्न पत्र का लिफाफा खोल दिया गया.
दो सदस्यीय जांच समिति गठित
उज्जैन विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस लापरवाही की जानकारी मिलते ही कार्रवाई करते हुए कॉलेज के प्राचार्य को नोटिस जारी किया है. इसके साथ ही दो सदस्यीय जांच समिति भी गठित की गई है जो इस मामले की पूरी जांच करेगी. जांच के बाद इस गंभीर लापरवाही पर आगे कार्रवाई की जाएगी.
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'परीक्षा परिवर्तन की सूचना दी गई थी'
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति अखलेश कुमार पांडे ने बताया कि "एलएलबी द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा की तारीख में परिवर्तन की सूचना 20 अगस्त को ही सभी संबंधित कॉलेजों को दी जा चुकी थी. विश्वविद्यालय की ओर से ईमेल, वेबसाइट और व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से यह जानकारी पहुंचाई गई थी. इसके बावजूद नीमच के स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर कॉलेज ने निर्देशों का पालन नहीं किया और 24 अगस्त को ही प्रश्न पत्र का लिफाफा खोल दिया. इस मामले में जांच समिति गठित की गई है और उसकी रिपोर्ट के आधार पर संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."