उज्जैन। गुरुवार से शारदीय नवरात्र शुरू हो गए हैं. इसके साथ ही उज्जैन में विभिन्न स्थानों पर गरबा पंडाल सजकर तैयार हो चुके हैं. आयोजकों ने इस बार सुरक्षा के मद्देनजर गरबा कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आधार कार्ड अनिवार्य किया है. साथ ही, महिलाओं और युवतियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से तलवार और लाठी के साथ गरबा सिखाया जा रहा है. इस प्रकार आज से युवतियां तलवार व लाठी लेकर गरबा करती नजर आएंगी.
आधार कार्ड या कोई और आईकार्ड दिखाना आवश्यक
उज्जैन के प्रसिद्ध कालिदास अकादमी में न्यू नवरंग सांस्कृतिक संस्था द्वारा आयोजित गरबा कार्यक्रम में आधार कार्ड दिखाकर ही प्रवेश की अनुमति होगी. संस्था के अध्यक्ष मुकेश यादव ने कहा, "इस बार गरबा विशेष और अनूठे होंगे, इसलिए हम सभी से निवेदन करते हैं कि आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र साथ लाएं, ताकि प्रवेश के समय किसी असुविधा का सामना न करना पड़े. अगर तिलक लगाकर आएंगे तो और भी अच्छा रहेगा.".
तलवार के साथ गरबा करने का मकसद ये है
वहीं, लड़कियों को गरबा सिखाने वाली पलक पटवर्धन का कहना है "इस बार हमने देवी के नौ स्वरूपों को ध्यान में रखते हुए नौ दिन तक अलग-अलग प्रकार के गरबों का आयोजन किया है. इसमें ताली और रुमाल के साथ होने वाले पारंपरिक गरबे, साथ ही बंगाली स्टाइल के गरबे भी शामिल हैं. सुरक्षा के दृष्टिकोण से अगर किसी बालिका या महिला को कोई परेशान करता है तो हमने देवी काली के स्वरूप का प्रदर्शन करते हुए तलवार और लाठी के साथ गरबा भी तैयार किया है. जिससे महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए सशक्त किया जा सके."