उज्जैन: उज्जैन में लगातार ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. ठंड के कारण जहां आम लोग गर्म कपड़े पहनने और आग तापने को मजबूर हैं, वहीं भगवान को भी ठंड से बचाने के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. सांदीपनि आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण, बलराम, सुदामा और गुरु सांदीपनि को ठंड से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. उन्हें गर्म कपड़े पहनाए गए हैं और उनके समक्ष अंगारों से जलती हुई अंगीठी रखी गई है. ताकि भगवान को गर्माहट मिलती रहे. साथ ही उनके लिए गरमागरम भोजन का भोग लगाया जा रहा है.
भगवान को गरम भोजन का भोग
आश्रम के पुजारी रूपम व्यास का कहना है कि, ''जैसे मनुष्य ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनते हैं और आग के पास बैठते हैं, वैसे ही भगवान को भी ठंड से बचाने की जरूरत होती है. इसी सोच के साथ उन्हें गर्म कपड़े पहनाने के साथ-साथ अंगीठी लगाई गई है. साथ ही ठंडा भोजन परोसने के बजाय गर्म भोग लगाया जा रहा है, ताकि भगवान को हर तरह से गर्माहट महसूस हो.''
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बाबा महाकाल को गर्म पानी से कराया जा रहा स्नान
उज्जैन में ठंड के इस दौर में महाकालेश्वर मंदिर में भी भगवान महाकाल को गर्म पानी से स्नान कराया जा रहा है. यह परंपरा ठंड के मौसम में भक्तों की आस्था और भगवान के प्रति उनकी भावनाओं को दर्शाती है. रोजाना भगवान के लिए गर्म खाना और शाम के समय गरमा गरम जलेबी, गराडू और केसर का दूध का भोग लगाया जाता है. ताकि भगवान को गर्माहट महसूस हो. इसके साथ भगवान कृष्ण, सुदामा, बलराम को कोयले से लगी अंगेठी भी लगाई जाती है, जिसमें से निकलती आग उन्हें गर्मी देती है.