उज्जैन: सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण संबंधी फैसले के खिलाफ एससी-एसटी संगठनों द्वारा 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान किया गया था. जिसका उज्जैन में मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है. विभिन्न संगठनों द्वारा शहर में रैली निकालकर प्रतिष्ठान और दुकानों को बंद कराने की कोशिश की गई. टावर चौक फ्रीगंज क्षेत्र में बंद समर्थकों और दुकानदारों के बीच कहासुनी भी हुई.
दुकानों को बंद कराने के लेकर हुई कहासुनी
भारत बंद का आह्वान सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में किया गया. जिसमें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में वर्गीकरण के खिलाफ देशभर में गुस्सा है. वहीं उज्जैन में भी विभिन्न संगठनों ने बंद का समर्थन करते हुए रैली निकालने का निर्णय लिया. रैली के दौरान प्रतिष्ठान और दुकानों को बंद करने का प्रयास भी किया गया.
पुलिस प्रशासन ने किए सुरक्षा के इंतजाम
शहर में सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन ने पहले से ही इंतजाम किए हुए थे. प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल और वज्र वाहन तैनात थे. बंद के दौरान खान-पान की छोटी दुकानें सुबह खुली रहीं, लेकिन बड़े प्रतिष्ठान देर से खुले. यातायात साधन सामान्य रूप से चलते रहे.
इन संगठनों ने बंद का किया समर्थन
बंद का समर्थन करने वाले संगठनों में भीम आर्मी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय बौद्ध महासभा, भीम सेना, सर्व बैरवा समाज संगठन, और सर्व रविदास समाज संगठन शामिल थे. इन संगठनों ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर स्कूल-कॉलेज और बाजार बंद कराने का आह्वान किया.
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राष्ट्रपति के नाम प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
रैली के दौरान संगठनों ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा. पुलिस प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी नजर रखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए, जिससे शहर में कोई बड़ा तनाव उत्पन्न नहीं हुआ.