उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. शिव नवरात्रि पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के अलग-अलग स्वरूपों में दर्शन के लिए उज्जैन पहुंच रहे हैं. भगवान महाकाल 9 दिनों तक अलग-अलग स्वरूपों में अपने भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. शिव नवरात्रि के चौथे दिन भगवान श्री महाकालेश्वर ने छबीना स्वरुप में श्रृंगारित होकर भक्तों को दर्शन दिये. शिवनवरात्रि के पांचवे दिन बाबा महाकालेश्वर होल्कर श्रृंगार में दर्शन देंगे.
बाबा महाकाल का छबीना स्वरूप
हिन्दू पंचांग के अनुसार हर वर्ष फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है. जो इस वर्ष 08 मार्च शुक्रवार को है. उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व नौ दिन पहले ही शुरू हो जाता है. इसे माता की नवरात्रि की तरह शिव नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है. श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि के चौथे दिन शाम की पूजा के बाद भगवान बाबा महाकाल ने छबीना रूप धारण कर भक्तों को दर्शन दिये. इसके पहले सुबह पुजारी घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्राहम्णों द्वारा श्री कोटेश्वर भगवान के पूजन के पश्चात श्री महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ से किया गया. पूजन के बाद भगवान श्री महाकालेश्वर को लाल रंग के वस्त्र धारण करवाये गये. इसके अलावा मेखला, दुपट्टा, मुकुट, छत्र, नागकुण्डल, मुण्ड माला से सुसज्जित किया गया.
ये भी पढ़ें: महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि का पहला दिन, भगवान महाकाल का चंदन और भांग से विशेष श्रृंगार |
प्रतिदिन हो रहा है मंदिर प्रांगण में नारदीय कीर्तन
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति कथारत्न हरि भक्त परायण पं. रमेश कानडकर की शिव कथा व हरि कीर्तन का आयोजन शाम 04:30 से 06 बजे तक मन्दिर परिसर में नवग्रह मन्दिर के पास किया जा रहा है. भगवान श्री महाकालेश्वर के इस अलौकिक दर्शन का पुण्य लाभ श्रद्धालुओं को शयन आरती तक प्राप्त होता है. बाबा के नौ स्वरूपों के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं. सोमवार 4 मार्च को शिव नवरात्रि के पांचवे दिन भगवान श्री महाकालेश्वर होल्कर स्वरूप में दर्शन देंगे.