उज्जैन: विजयादशमी के पर्व पर महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल की शाही सवारी निकाली गई. शाम 4 बजे सभा मंडप में कलेक्टर के पूजन के बाद सवारी को प्रस्थान किया गया. इस दौरान मंदिर के मुख्य द्वार पर सवारी को पुलिस की सलामी दी गई. पूरे रास्ते भर सवारी के आगे हाथी, घोड़े, बैंड, पुलिस टुकड़ी और भजन मंडलियां चल रही थीं. अपने 12 किलोमीटर के सफर के दौरान सवारी आकर्षण का केन्द्र रही.
मेन गेट पर पुलिस ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
हर साल की भांति इस बार भी महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल की शाही सवारी निकाली गई. मंदिर के मुख्य द्वार पर पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद महाकाल राजसी वैभव के साथ दशहरा मैदान पहुंचे. इस दौरान उन्होंने गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, सराफा, सतीगेट, नई सड़क, दौलतगंज, मालीपुरा, देवास गेट, चामुंडा चौराहा के रास्ते होते हुए शहीद पार्क, घास मंडी चौराहा, माधव नगर हॉस्पिटल, पुलिस कंट्रोल रूम, एलआईसी ऑफिस के रास्ते से गुजरते हुए अपनी प्रजा का हाल जाना.
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पूरे रास्ते भक्त पलके बिछाए करते रहे इंतजार
दशहरा मैदान में शमी वृक्ष का पूजन और अभिषेक किया गया. इसके बाद सवारी वापस महाकालेश्वर मंदिर के लिए निकली. देवास रोड के रास्ते, तीन बत्ती चौराहा से माधव क्लब रोड होते हुए धन्नालाल की चाल, लोक निर्माण विभाग कार्यालय, फ्रीगंज ओवरब्रिज के रास्ते संख्याराजे धर्मशाला, देवास गेट, मालीपुरा, दौलतगंज चौराहा, इंदौर गेट, गदापुलिया, हरि फाटक ब्रिज, बेगमबाग से कोट मोहल्ला चौराहे के रास्ते महाकालेश्वर मन्दिर पहुंची. मान्यता है कि, बाबा महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं. इस दौरान प्रजा रूपी उनके भक्त भी दर्शन के लिए पलके बिछाए पूरी सवारी के रास्ते खड़े रहते हैं.