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Exclusive : पहली बार ईटीवी भारत पर देखिए हत्याकांड के बाद अब कैसे हैं कन्हैया की दुकान के हालात - Kanhaiyalal Murder Case

उदयपुर में हुए बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड की आज दूसरी बरसी है. इस बीच पिछले महीने कन्हैया की दुकान को एनआईए ने खुलवा दिया है. ईटीवी भारत इसका एक्सक्लूसिव वीडियो आपको दिखा रहा है, जिसे खोलते वक्त कन्हैया के बेटा फूट-फूट कर रो पड़ा.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 28, 2024, 10:51 AM IST

KANHAIYALAL MURDER CASE
कन्हैयालाल हत्याकांड की दूसरी बरसी (Photo : Etv Bharat)
कन्हैयालाल हत्याकांड की दूसरी बरसी (Video : Etv Bharat)

उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में हुए बहुचर्चित कन्हैया हत्याकांड की आज दूसरी बरसी है. वहीं, एनआईए ने मालदास स्ट्रीट स्थित भूतमहल की कन्हैयालाल की दुकान सुप्रीम टेलर को खोल दिया है. हत्याकांड के बाद से ही यह दुकान बंद पड़ी थी, लेकिन पिछले दिनों एनआईए ने इस दुकान को खोलने के आदेश दिए थे, जिसके बाद कन्हैया के बड़े बेटा यश ने इस दुकान को पुलिस की मौजूदगी में खोल दिया. आप भी पहली बार ईटीवी भारत पर इस दुकान के खुलने के एक्सक्लूसिव विजुअल देखें, कि कैसे 2 साल बाद दुकान धूल के अंबार से सनी है. इन विजुअल में देख सकते हैं कि दुकान में कन्हैया की कपड़े सिलने की मशीन भी रखी थी, जो उसके बेटे के जन्म से भी पुरानी है. इतना ही नहीं दुकान में 2022 जून का कैलेंडर भी लगा हुआ था. इस कैलेंडर पर कपड़े देने वाले व्यक्ति का नाम भी लिखा गया था.

यश ने बताया कि यहां बड़ी संख्या में लोगों के कपड़े रखे हैं. कई लोगों के सूट के कपड़े और पैंट-शर्ट के कपड़े यहां पड़े हैं, जो उनके पिता को लोगों ने सिलाने के लिए दिए हैं, तो कुछ तैयार भी पड़े हुए हैं. फिलहाल पिता के कपड़े सिलने की मशीन को तो उनके बेटे यश घर लेकर आ गए हैं, लेकिन अभी भी कपड़े सिलने की कतरन वहीं पड़ी हुई है. वहीं दीवार पर एक घड़ी लटकी है, जो उस वक्त तो चालू थी, लेकिन शायद कन्हैया की मौत के बाद ही अब उसने भी टिक-टिक करना बंद कर दिया.

इसे भी पढ़ें : बीते दो साल, अब भी अधूरी न्याय की आस, कन्हैया के 'लाल' ने सुनाई दर्द भरी दास्तां - Kanhaiyalal Murder Case

पुलिस ने जैसे ही दुकान खोली, कन्हैया का बेटा यश फूट-फूट कर रोने लगा. इस दुकान में उसके पिता की यादें बसी है. दुकान में पड़ी हर वस्तु से उसके पिता का वास्ता है. उसके पिता की रोजी-रोटी यही थी. इसी दुकान से कन्हैया ने अपने परिवार का पेट भरा है. इसी दुकान से कन्हैया ने यश और उसके छोटे भाई को इतना बड़ा किया है. दुकान में पड़ी कपड़े काटने की कैंची को देख यश की आंखों में आसुंओं के सैलाब सा उमड़ पड़ा, क्योंकि इस कैंची पर आज भी कन्हैया की अंगुलियों की छाप है.

इसे भी पढ़ें : सरकार ने नौकरी दी पर सुरक्षा नहीं! आज भी खौफ के साए तले जीने को मजबूर हैं कन्हैयालाल के हत्यारों को पकड़वाने वाले जांबाज - Kanhaiyalal Murder case

बता दें कि 28 जून 2022 का वो एक काला दिन जब उदयपुर की इसी दुकान में तालीबानी तरीके से रियाज और गौश मोहम्मद नामक दो युवकों ने सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट के चलते कन्हैया की हत्या कर दी थी. यह मामला देश में काफी सुर्खियों में रहा. हत्यारों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया था. इस घटना के बाद से ही एनआईए ने इस दुकान को बंद कर दिया था, लेकिन पिछले महीने एनआईए ने इसे खोलने के आदेश दे दिए थे.

इसे भी पढ़ें : Special : कन्हैयालाल हत्याकांड ने छीनीं इस परिवार की खुशियां, 1 कमरे में जिंदगी काटने को मजबूर राजकुमार, जानिए उनके दर्द की दास्तान - Kanhaiyalal murder case

कन्हैया के बेटे ने बताया कि उसके पिता ने यह दुकान साल 2012 में 2 हजार रुपए प्रति माह के किराए में ली थी, जिसका किराया बढ़कर साल 2022 में 5 हजार रुपए प्रति माह हो गया था. दुकान में साल 2022 का कैलेंडर लगा हुआ है. इसमें अभी जून माह का पेज खुला है. इसके अलावा दुकान में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए थे लेकिन फिलहाल इसकी सभी डिवाइस जांच एजेंसी के पास है.

कन्हैयालाल हत्याकांड की दूसरी बरसी (Video : Etv Bharat)

उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में हुए बहुचर्चित कन्हैया हत्याकांड की आज दूसरी बरसी है. वहीं, एनआईए ने मालदास स्ट्रीट स्थित भूतमहल की कन्हैयालाल की दुकान सुप्रीम टेलर को खोल दिया है. हत्याकांड के बाद से ही यह दुकान बंद पड़ी थी, लेकिन पिछले दिनों एनआईए ने इस दुकान को खोलने के आदेश दिए थे, जिसके बाद कन्हैया के बड़े बेटा यश ने इस दुकान को पुलिस की मौजूदगी में खोल दिया. आप भी पहली बार ईटीवी भारत पर इस दुकान के खुलने के एक्सक्लूसिव विजुअल देखें, कि कैसे 2 साल बाद दुकान धूल के अंबार से सनी है. इन विजुअल में देख सकते हैं कि दुकान में कन्हैया की कपड़े सिलने की मशीन भी रखी थी, जो उसके बेटे के जन्म से भी पुरानी है. इतना ही नहीं दुकान में 2022 जून का कैलेंडर भी लगा हुआ था. इस कैलेंडर पर कपड़े देने वाले व्यक्ति का नाम भी लिखा गया था.

यश ने बताया कि यहां बड़ी संख्या में लोगों के कपड़े रखे हैं. कई लोगों के सूट के कपड़े और पैंट-शर्ट के कपड़े यहां पड़े हैं, जो उनके पिता को लोगों ने सिलाने के लिए दिए हैं, तो कुछ तैयार भी पड़े हुए हैं. फिलहाल पिता के कपड़े सिलने की मशीन को तो उनके बेटे यश घर लेकर आ गए हैं, लेकिन अभी भी कपड़े सिलने की कतरन वहीं पड़ी हुई है. वहीं दीवार पर एक घड़ी लटकी है, जो उस वक्त तो चालू थी, लेकिन शायद कन्हैया की मौत के बाद ही अब उसने भी टिक-टिक करना बंद कर दिया.

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पुलिस ने जैसे ही दुकान खोली, कन्हैया का बेटा यश फूट-फूट कर रोने लगा. इस दुकान में उसके पिता की यादें बसी है. दुकान में पड़ी हर वस्तु से उसके पिता का वास्ता है. उसके पिता की रोजी-रोटी यही थी. इसी दुकान से कन्हैया ने अपने परिवार का पेट भरा है. इसी दुकान से कन्हैया ने यश और उसके छोटे भाई को इतना बड़ा किया है. दुकान में पड़ी कपड़े काटने की कैंची को देख यश की आंखों में आसुंओं के सैलाब सा उमड़ पड़ा, क्योंकि इस कैंची पर आज भी कन्हैया की अंगुलियों की छाप है.

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बता दें कि 28 जून 2022 का वो एक काला दिन जब उदयपुर की इसी दुकान में तालीबानी तरीके से रियाज और गौश मोहम्मद नामक दो युवकों ने सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट के चलते कन्हैया की हत्या कर दी थी. यह मामला देश में काफी सुर्खियों में रहा. हत्यारों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया था. इस घटना के बाद से ही एनआईए ने इस दुकान को बंद कर दिया था, लेकिन पिछले महीने एनआईए ने इसे खोलने के आदेश दे दिए थे.

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कन्हैया के बेटे ने बताया कि उसके पिता ने यह दुकान साल 2012 में 2 हजार रुपए प्रति माह के किराए में ली थी, जिसका किराया बढ़कर साल 2022 में 5 हजार रुपए प्रति माह हो गया था. दुकान में साल 2022 का कैलेंडर लगा हुआ है. इसमें अभी जून माह का पेज खुला है. इसके अलावा दुकान में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए थे लेकिन फिलहाल इसकी सभी डिवाइस जांच एजेंसी के पास है.

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