कानपुर : सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र के कसिगवां गांव में 19 मार्च को दो भाइयों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में पुलिस कार्रवाई से नाराज परिजनों ने शुक्रवार को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस दोषियों पर कार्रवाई की बजाय मामले में लीपापोती कर रही है. हंगामा और बवाल होने की आशंका को देखते हुए तीन थानों की फोर्स को मौके पर बुला लिया गया है. इस मामले में पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, लेकिन परिवारवाले संतुष्ट नहीं हैं.
बता दें, सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र के कसिगवां गांव में 19 मार्च की रात एक साथ चारपाई पर सोए सुनील सिंह उर्फ अनिल और उसके मौसेरे भाई राज उर्फ छोटू को ज्वलनशील पदार्थ डालकर जिंदा जला दिया गया था. पुलिस ने राज के पिता प्रेम सिंह की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बाद सुनील के चचेरे भाइयों कल्याण सिंह और विनोद को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
पुलिस की कार्रवाई से नाराज परिजनों ने शुक्रवार को लोगों का गुस्सा भड़क गया. करीब 10 बजे राज के पिता प्रेम सिंह, मां और बहन के साथ परिवार की महिलाएं घरों से निकलकर सड़क पर प्रदर्शन करने लगे. इसके कुछ देर बाद ही गांववाले भी एकत्र हो गए और रास्ते पर लेटकर जाम लगा दिया. जाम, प्रदर्शन और बवाल की सूचना पर सेन पश्चिम पारा थाने के साथ हनुमंत विहार थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई. इसके बाद नौबस्ता थाने की फोर्स भी कसिगवां पहुंच गई. मामले को बढ़ता देख पीएसी को भी बुला लिया गया. प्रदर्शनकारी पुलिस मुर्दाबाद, पुलिस प्रशासन हाय-हाय के नारे लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस पूरे मामले में लीपापोती करने का प्रयास कर रही है. आरोप है कि सुनील और राज को जिंदा जलाए जाने के बाद पुलिस की भूमिका शुरू से ही ठीक नहीं रही. पुलिस शुरुआती दौर में हादसा बताती रही, जबकि ज्वलनशील पदार्थ से दोनों को जिंदा जलाने और घर के बाहर खड़ी बाइक को फूंकने से साफ जाहिर था की आग लगाई गई है. पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है. फिलहाल पुलिस का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा.
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