जोधपुर : रेंज आईजी की साइक्लोनर टीम ने एनसीबी के साथ कॉर्डिनेट करते हुए जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र में 'ऑपरेशन मनुहार' के तहत के ट्रेलर से 506 किलो गांजे की खेप बरामद करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ के बाद पता चला है कि यह गंजे की खेप ओडिशा के मलकानगिरी के जेपोर इलाके से पंजाब और हरियाणा में नए साल के जश्न के लिए उपलब्ध करवाने के लिए लाई गई थी. इसकी बाजार की कीमत 75 से 80 लाख रुपए है. खेप के 14 पैकेट रखने के लिए ट्रेलर में विशेष चैंबर बनाया गया. यह खेप लाने के लिए ओडिशा तक ट्रेलर खाली गया और वापस भी पूरा खाली आया.
रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि यह गांजा ओडिशा के मलकानगिरी के जेपोर इलाके से लाया गया था. साइक्लोनर टीम ने एनसीबी के साथ समन्वय बनाते हुए ओडिशा से ट्रेलर के निकलते ही तकनीकी रूप से ट्रैकिंग करते हुए नजर बनाई रखी. राजस्थान में प्रवेश करने के बाद फिजिकली रूप से पुलिस की टीम गांजे की खेप वाले ट्रेलर का पीछा करने लगी थी.
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ढाबे पर पहचान लीक हुई : आईजी ने बताया कि प्रयास था कि जिस जगह पर यह गांजा डिलीवर हो, वहां कार्रवाई हो, लेकिन बीच रास्ते में जब ट्रेलर एक ढाबे पर रुका तो वहां पर साइक्लोन टीम मौजूद थी. किसी व्यक्ति ने टीम को पहचान लिया, जिसके चलते ट्रेलर चालक वापस उसे लेकर रवाना हुआ. इस बीच जोधपुर ग्रामीण जिले के आसोपा थाना के सामने रविवार रात को नाकाबंदी करवा कर इसे पकड़ा गया. इस मामले में आरोपी भोपालगढ़ निवासी नरेश विश्नोई और चेनाराम विश्नोई को गिरफ्तार किया गया है. दोनों यह खेप लाने के लिए ओडिशा तक ट्रेलर को खाली लेकर गए और वापस आए.
रेंज आईजी विकास कुमार ने ट्रेलर को पकड़ने के लिए आसोप थाना पुलिस से कहा कि वह खुद आज एक ट्रेलर में नाकाबंदी तोड़ते हुए आएंगे, आपको ट्रेलर पकड़ना है. इसके चलते पुलिस और ज्यादा सावधान हो गई. रात को जब ट्रेलर थाना के पास पहुंचा तो पुलिस ने नाकाबंदी कर रखी थी. ट्रेलर को रुकवाया और ड्राइवर खलासी को हिरासत में लेकर वापस आईजी की कॉल किया गया. तब तक स्थानीय पुलिस को ट्रेलर में गांजा होने की भनक नहीं लगी. कुछ देर में साइक्लोनर टीम थाने पहुंच गई, तब मामले का खुलासा हुआ.