जयपुर. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दो पूर्व मंत्री और पांच विधायक रविवार को कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा के साथ हो लिए. वहीं, रणधीर सिंह भींडर ने भी अपनी पार्टी जनता सेना का भाजपा में विलय करते हुए एक बार फिर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. गहलोत सरकार में मंत्री और मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे लालचंद कटारिया, पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र यादव, डेगाना से पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा, उनके पूर्व विधायक बेटे विजयपाल, राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा, रामनारायण किसान और पूर्व उपमुख्यमंत्री कमला बेनीवाल के बेटे पूर्व विधायक आलोक बेनीवाल सहित 30 से ज्यादा नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.
इस सूची में लाडनूं से हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी से विधायक का चुनाव लड़ने वाले जगन्नाथ बुरड़क भी शामिल हैं. वे कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे जगन्नाथ बुरड़क के बेटे हैं. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सभी नेताओं को पार्टी की सदस्यता ग्रहण दिलाई.
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भींडर और रामनारायण की हुई घर वापसी : कांग्रेस के नेताओं को तोड़ने के साथ ही भाजपा पुराने समय में पार्टी के कार्यकर्ता रहे रणधीर सिंह भींडर, उनकी पत्नी व पूर्व विधायक रामनारायण किसान की भी घर वापसी करवाने में सफल रही है. भींडर ने अपनी पार्टी जनता सेना का भाजपा में विलय कर लिया. वे करीब 11 साल पहले भाजपा से अलग हुए थे और जनता सेना बनाई थी. पूर्व विधायक रामनारायण किसान भी भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं. वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे. अब भाजपा में शामिल होकर घर वापसी की है.
मोदी को 25 कमल की माला पहनाएंगे : सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि आज बड़ी संख्या में कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर जो लोग भाजपा में आए हैं. उनका स्वागत है. उन्होंने कहा कि एक बार फिर राजस्थान की सभी 25 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों को जिताकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 25 कमल की माला पहनाएंगे.
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बैरवा का गहलोत पर बड़ा हमला : राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने भाजपा का दामन थामने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का विजन और देश को आगे बढ़ाने की नीयत को वे देखकर भाजपा में शामिल हुए हैं. उन्होंने पूर्व सीएम (अशोक गहलोत) से एससी आयोग को वैधानिक दर्जा देने की मांग की. लेकिन पूरी नहीं हुई, क्योंकि वे एससी एसटी को अपनी धरोहर मानते हैं. जबकि भाजपा ने अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्री बनाया है. आज भाजपा का एससी-एसटी पर खास फोकस है, जबकि पूर्व सीएम (अशोक गहलोत) गुलाम समझते थे.
बहुत दिन से कचोट रही थी अंतरात्मा : पूर्व मंत्री लालचंद कटारिया ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि उन्हें बहुत दिनों से अंतरात्मा कचोट रही थी. आज वे अंतरात्मा की आवाज पर भाजपा के साथ आए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनसे गरीब, मजदूर और किसान की पीड़ा नहीं देखी गई. ईआरसीपी पर कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा ने भागीरथी को लाने का काम किया है पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को फुनिहबफ में स्थान दिलवाया है. वे नेता नहीं कार्यकर्ता बनकर आए हैं. नेतृत्व जो कहेगा, वह काम करेंगे.
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पूरा हुआ 11 साल का वनवास : अपनी पार्टी जनता सेना का भाजपा में विलय करवाने के बाद रणधीर सिंह भींडर ने कहा कि आज उनका 11 साल का वनवास पूरा हो गया है. उन्होंने कहा कि वे शुरू से ही भाजपा कार्यकर्ता थे, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनी की अलग होकर खुद की पार्टी बनानी पड़ी. आज जो मंच पर बैठे हैं. उन सभी नेताओं के साथ उन्होंने काम किया है. अब एक बार फिर उनके साथ काम करने का मौका मिलेगा. उनके पास आज सीपी जोशी का कॉल आया और वे भाजपा में अपनी पार्टी का विलय करवाने पहुंच गए.
कांग्रेस नेताओं को बताया शंकरिया कनपटीमार : नागौर के डेगाना से दो बार विधायक रहे रिछपाल मिर्धा अपने बेटे विजयपाल के साथ भाजपा में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कई दिनों से कांग्रेस में दम घुट रहा था. 50 साल से कांग्रेस से जुड़े समाज को कांग्रेस ने कुछ नहीं दिया. पूर्व पीएम अटल बिहारी में जाट समाज को आरक्षण दिया. आज पीएम मोदी ने किसान के बेटे (जगदीप धनकड़) को उपराष्ट्रपति के पद तक पहुंचाया है. तीन राज्यों में राज्यपाल जाट समाज के है . जबकि कांग्रेस ने कुछ नहीं दिया. उन्होंने कांग्रेस नेताओं की तुलना सीरियल किलर शंकरिया कनपटीमार से की और कहा कि कांग्रेस नेता आज पार्टी के नेताओं को तड़पता देखकर मजे लेते हैं.