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अस्पताल में तांत्रिक क्रिया! 20 साल पहले मर चुके शख्स की आत्मा लेने आए थे परिजन - superstition in hospital

बहरोड के जिला अस्पताल में भीलवाड़ा से आए दो दर्जन लोगों ने एक घंटे तक तांत्रिक तंत्र विद्या की, लेकिन स्टाफ ने कोई कार्रवाई नहीं की और ना ही पुलिस को सूचित किया.

Tantric ritual in Behrod hospital
बहरोड अस्पताल में तांत्रिक क्रिया (फोटो ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 6, 2024, 12:29 PM IST

Updated : May 6, 2024, 3:04 PM IST

बहरोड. जिला अस्पताल में ओपीडी समय के बाद शनिवार को मेन गेट पर एक घंटे से भी ज्यादा समय तक तांत्रिक तंत्र विद्या चलती रही, लेकिन अस्पताल प्रबंधन मूकदर्शक बन बैठा रहा. अब इस घटना का वीडियो सामने आया है. मृतक की आत्मा की शांति के लिए तीन गाड़ियों में सवार होकर भीलवाड़ा से आए दो दर्जन लोगों ने तांत्रिक के साथ मिलकर तांत्रिक क्रिया की. वहीं, बहरोड जिला अस्पताल इंचार्ज सतबीर यादव ने बताया कि अस्पताल परिसर में तांत्रिक क्रिया होने की जानकारी नहीं है. अस्पताल में ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ ने कोई जानकारी नही दी है. अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ के खिलाफ सूचना नहीं देने को लेकर कार्रवाई की जाएगी.

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि एक घंटे से भी ज्यादा समय तक तंत्र विद्या चलती रही, लेकिन अस्पताल प्रबंधन के किसी भी कर्मचारी ने उनको रोकने-टोकने की हिम्मत नहीं की. जिला अस्पताल का स्टाफ भी मूकदर्शक बन तमाशा देखता रहा. इस बीच प्रबंधन ने पुलिस को भी इस बारे में अवगत नहीं कराया.

जानकारी में सामने आया कि भीलवाड़ा जिले के एक गांव के रहने वाले युवक की करीब 20 वर्ष पूर्व बहरोड में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. जिसके बाद कुछ तांत्रिकों ने मृतक युवक के परिवार के सदस्यों पर उसकी आत्मा की शांति के लिए अस्पताल में तांत्रिक क्रिया करने की बात कही, जिस पर भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर रहने वाले मृतक के परिजन तीन गाड़ियों में सवार होकर जिला अस्पताल में पहुंचे, जहां अस्पताल में भीड़ देख कर तांत्रिकों ने उस वक्त तो कोई तांत्रिक क्रिया नहीं की. लेकिन जैसे ही अस्पताल में मरीजों व अन्य लोगों की आवाजाही ना के बराबर हो गई, तब दोपहर दो बजे से साढ़े तीन बजे के बीच तंत्र विद्या की गई. इस बीच अस्पताल स्टाफ से लेकर अन्य लोग आसपास तमाशबीन बनकर खड़े रहे.

इसे भी पढ़ें- अस्पताल में अंधविश्वास ! परिजन मटके में ले जाते हैं मृतक की आत्मा

पूर्व में भी हो चुकी है इस तरह की घटनाएं : जिला अस्पताल परिसर में पूर्व में भी आत्माओं से छुटकारा दिलाने व उनकी शांति के नाम पर अनेक बार तांत्रिक क्रियाएं हो चुकी हैं, लेकिन जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. वहीं बहरोड जिला अस्पताल इंचार्ज सतबीर यादव ने बताया कि शनिवार को वो छुट्टी पर थे. अस्पताल परिसर में किसी तरह की कोई तांत्रिक क्रिया होने की जानकारी उनको नही है. अस्पताल में ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ ने कोई जानकारी नही दी है. अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ के खिलाफ सूचना नहीं देने को लेकर कार्रवाई की जाएगी.

बहरोड. जिला अस्पताल में ओपीडी समय के बाद शनिवार को मेन गेट पर एक घंटे से भी ज्यादा समय तक तांत्रिक तंत्र विद्या चलती रही, लेकिन अस्पताल प्रबंधन मूकदर्शक बन बैठा रहा. अब इस घटना का वीडियो सामने आया है. मृतक की आत्मा की शांति के लिए तीन गाड़ियों में सवार होकर भीलवाड़ा से आए दो दर्जन लोगों ने तांत्रिक के साथ मिलकर तांत्रिक क्रिया की. वहीं, बहरोड जिला अस्पताल इंचार्ज सतबीर यादव ने बताया कि अस्पताल परिसर में तांत्रिक क्रिया होने की जानकारी नहीं है. अस्पताल में ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ ने कोई जानकारी नही दी है. अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ के खिलाफ सूचना नहीं देने को लेकर कार्रवाई की जाएगी.

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि एक घंटे से भी ज्यादा समय तक तंत्र विद्या चलती रही, लेकिन अस्पताल प्रबंधन के किसी भी कर्मचारी ने उनको रोकने-टोकने की हिम्मत नहीं की. जिला अस्पताल का स्टाफ भी मूकदर्शक बन तमाशा देखता रहा. इस बीच प्रबंधन ने पुलिस को भी इस बारे में अवगत नहीं कराया.

जानकारी में सामने आया कि भीलवाड़ा जिले के एक गांव के रहने वाले युवक की करीब 20 वर्ष पूर्व बहरोड में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. जिसके बाद कुछ तांत्रिकों ने मृतक युवक के परिवार के सदस्यों पर उसकी आत्मा की शांति के लिए अस्पताल में तांत्रिक क्रिया करने की बात कही, जिस पर भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर रहने वाले मृतक के परिजन तीन गाड़ियों में सवार होकर जिला अस्पताल में पहुंचे, जहां अस्पताल में भीड़ देख कर तांत्रिकों ने उस वक्त तो कोई तांत्रिक क्रिया नहीं की. लेकिन जैसे ही अस्पताल में मरीजों व अन्य लोगों की आवाजाही ना के बराबर हो गई, तब दोपहर दो बजे से साढ़े तीन बजे के बीच तंत्र विद्या की गई. इस बीच अस्पताल स्टाफ से लेकर अन्य लोग आसपास तमाशबीन बनकर खड़े रहे.

इसे भी पढ़ें- अस्पताल में अंधविश्वास ! परिजन मटके में ले जाते हैं मृतक की आत्मा

पूर्व में भी हो चुकी है इस तरह की घटनाएं : जिला अस्पताल परिसर में पूर्व में भी आत्माओं से छुटकारा दिलाने व उनकी शांति के नाम पर अनेक बार तांत्रिक क्रियाएं हो चुकी हैं, लेकिन जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. वहीं बहरोड जिला अस्पताल इंचार्ज सतबीर यादव ने बताया कि शनिवार को वो छुट्टी पर थे. अस्पताल परिसर में किसी तरह की कोई तांत्रिक क्रिया होने की जानकारी उनको नही है. अस्पताल में ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ ने कोई जानकारी नही दी है. अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ के खिलाफ सूचना नहीं देने को लेकर कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : May 6, 2024, 3:04 PM IST
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