खूंटी : जिले के बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में शनिवार को फाइनल राउंड मैच के बाद दो दिवसीय जोनल स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता संपन्न हो गयी. इसमें झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के 110 खिलाड़ियों ने भाग लिया. जिसमें झारखंड की दीप्ति कुमारी ने गोल्ड मेडल जीता.
झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच हुआ फाइनल मुकाबला
फाइनल में दीप्ति का मुकाबल पश्चिम बंगाल की रूमा विश्वास से था. दोनों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ. दोनों बराबरी पर रहीं. लेकिन एक्स्ट्रा फाइनल राउंड के मैच में दीप्ति कुमारी ने टारगेट पर निशाना साधते हुए गोल्ड मेडल जीत लिया. वहीं रूमा बिस्वास को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. पुरुष वर्ग में भी पश्चिम बंगाल और झारखंड के बीच फाइनल मुकाबला हुआ. जिसमें पश्चिम बंगाल के जुवैल सरकार ने गोल्ड जीता. वहीं सुवोदीप हाजरा को सिल्वर मेडल मिला.
इस तीरंदाजी प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पद्मभूषण कड़िया मुंडा शामिल हुए. उन्होंने चारों राज्यों से आये खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. खेल सिर्फ एक खेल नहीं है, खेल हमें जीवन जीने का सलीका भी बताता है. खेल हमें लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अनुशासन, संगठनात्मक प्रयास और कड़ी मेहनत प्रदान करते हैं, जो हमें जीवन के सभी क्षेत्रों में प्रगति करने में मदद कर सकते हैं. शिक्षा के साथ-साथ खेलों में प्रतिभा होना हमें अनुशासन और नैतिकता सिखाता है. खेल में बेहतर प्रदर्शन से खिलाड़ी अपना करियर संवार सकते हैं.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का जताया आभार
अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजी प्रशिक्षक राजेंद्र गुईया ने कहा कि भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा के मार्गदर्शन में खूंटी में जोनल स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि तीरंदाजी को आगे बढ़ाने में अर्जुन मुंडा का बहुत बड़ा योगदान है. जिनके प्रयासों का नतीजा है कि देश के तीरंदाजों ने विदेशों में भी परचम लहराया. मौके पर सुमन चंद मोहंती, राजेश भुइयां, जे किड़ो, राजू गुप्ता, आशीष कुमार और अन्य मौजूद थे. इस तीरंदाजी प्रतियोगिता का उद्घाटन शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया था.
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