सुपौल : बिहार के सुपौल में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया. इस घटना में दो सगे भाई की मौत हो गई. वहीं तीसरे भाई का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. मृतकों की शिनाख्त 19 वर्षीय ओम प्रकाश मंडल एवं 17 वर्षीय जय प्रकाश मंडल के रूप में हुई है. घटना के बाद से मृतकों के परिवार में मातम पसरा है. गांव वाले भी इस हादसे से सदमे में हैं.
सुपौल में दो सगे भाई की मौत : दरअसल, निर्मली थाना क्षेत्र के बेला सिंगार मोती गांव निवासी राजेंद्र मंडल के तीनों बेटे कुछ ग्रामीणों के साथ कोसी नदी के पलार पर गए थे. जहां तीनों भाई विद्युत प्रवाहित नंगे तार की चपेट में आ गए. जिसमें दो भाई की मौत घटना स्थल पर ही हो गई. वहीं तीसरा भाई झुलस गया. जिसे लोगों ने निर्मली अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया.
करंट की चपेट में आने से गई जान : घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि, राजेंद्र मंडल का एक भैंस व भैंस का बच्चा कोसी नदी के पलार पर दलदल में फंस गया. जिसे निकालने के लिए उसके तीनों बेटे गांव के कुछ लोगों के साथ पलार पर गए थे. लोगों की मदद से पहले भैंस के बच्चे को बाहर निकाला गया. इसके बाद भैंस को निकाला गया.
कैसे हुआ हादसा ? : इतने में भैंस का बच्चा बगल के फसल में दौड़ गया. जिसे पकड़ने दोनों भाई गए. जो खेत के बगल में विद्युत प्रवाहित नंगे तार की चपेट में आ गए. जिसे देखने बड़ा भाई भी गया. वह भी करंट की चपेट में आ गया. जिसे लोगों ने तत्काल बचा लिया. लेकिन वह गंभीर रूप से झुलस गया. एक साथ दो सगे भाई की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. वहीं गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.
''कोसी नदी के पलार पर दलदल में फंसे भैंस को निकालने गए दो सगे भाईयों की मौत बिजली करंट से हो गई है. पुलिस शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई में जुटी है.''- अनिरुद्ध कुमार, निर्मली थानाध्यक्ष
क्यों लगाया जाता है विद्युत का तार ? : स्थानीय लोगों ने बताया कि, कोसी नदी के पलार पर किसानों द्वारा जंगली जानवर से फसल को बचाने के लिए विद्युत प्रवाहित नंगा तार बिछा दिया जाता है. ताकि जंगली जानवर उसके फसल को तहस नहस नहीं कर सके.
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