देहरादून: दून पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से एक पुरूष और एक महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी पिछले 11 सालों से लगातार फरार चल रहे थे और पुलिस से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों में से एक पुरूष आरोपी पर पांच हजार रुपए का इनाम एसएसपी द्वारा घोषित किया गया था. बहरहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है.
अलीम पर 5000 रुपये का ईनाम था घोषित: 11 अगस्त 2012 को थाना क्लेमेंटटाउन में आरोपी अलीम और अन्य 05 आरोपियों के खिलाफ उत्तराखंड गौवंश अधिनियम, 3/11 पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया था. मुकदमें में आरोपी द्वारा साल 2013 में न्यायालय में पेश होकर आत्मसमर्पण किया गया था, लेकिन उसके बाद साल 2013 से आरोपी न्यायालय के समक्ष पेश न होकर लगातार फरार चल रहा था. जिसके खिलाफ न्यायालय द्वारा गैर जमानती वांरट जारी किया गया था. साथ ही आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदलते हुए गिरफ्तारी से बच रहा था. जिससे एसएसपी द्वारा आरोपी पर 5000 रुपए का इनाम घोषित किया गया था.
मुखबिर की सूचना पर आरोपी गिरफ्तार: आरोपी द्वारा शातिराना तरीके से गिरफ्तारी से बचने के लिये मोबाइल फोन का प्रयोग भी नहीं किया जा रहा था, जिस कारण सर्विलासं के माध्यम से भी आरोपी की जानकारी में कोई सफलता प्राप्त नहीं हो रही थी. इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी अपने किसी रिश्तेदार से मिलने मेहुवाला आने वाला है, तभी आरोपी अलीम को तेलपुर चौक मेहूवाला के पास से गिरफ्तार किया गया.
एनआई एक्ट में फरार चल रही थी महिला: थाना राजपुर की टीम साल 2013 से एनआई एक्ट में फरार चल रही आरोपी महिला ऋतु चौधरी की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही थी. न्यायालय ने महिला आरोपी के खिलाफ कुर्की वारंट भी जारी किया था. आरोपी महिला गिरफ्तारी से बचने के लिये खुद का घर छोड़कर अलग-अलग किराये के मकान में रह रही थी. मुखबिर की सूचना पर आरोपी महिला को उसके क्लासिक अपार्टमेंट मयूर विहार स्थित किराये के मकान से गिरफ्तार किया गया है.
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