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कुमाऊं में थमे ट्रकों के पहिये, छह सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर यूनियन, बढ़ी परेशानियां - TRUCK STRIKE IN KUMAO

हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में ट्रक संचालकों ने शुरू किया आंदोलन, मांगे पूरी नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी

TRUCK STRIKE IN KUMAON
कुमाऊं में थमे ट्रकों के पहिये (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 11, 2024, 6:23 PM IST

Updated : Dec 11, 2024, 7:07 PM IST

हल्द्वानी: छह सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड देवभूमि ट्रक ऑनर्स महासंघ के तत्वाधान में ट्रक संचालकों ने हड़ताल शुरू कर दी है. प्रदेशव्यापी हड़ताल के चलते सबसे अधिक असर पहाड़ों पर जाने वाले वाहनों पर देखा जा रहा है. हल्द्वानी में ट्रक संचालकों ने अपने ट्रकों को खड़ा कर हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में आंदोलन शुरू कर दिया है. ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

उत्तराखंड देवभूमि ट्रक ऑनर्स महासंघ के सदस्यों का कहना है कि प्रमुख छह मांगों में राज्य भर में भार क्षमता के अनुसार ही वाहन चलाने, भार वाहनों का चालान करने का अधिकार केवल परिवहन विभाग को देने. 25 प्रतिशत वाहन भाड़ा बढ़ाने, पुलिस के उत्पीड़न पर रोक लगाने. मुख्य जगहों पर धर्मकांटे लगाने और पहाड़ी क्षेत्र में बड़े भार वाहनों के संचालन पर रोक लगाना शामिल है.

कुमाऊं में थमे ट्रकों के पहिये (ETV BHARAT)

ट्रक संचालकों की हड़ताल का असर अब पहाड़ों पर देखने को मिल रहा है. फिलहाल दूध, सब्जी, दवाइयां, गैस सिलिंडर आदि जरूरी सेवाओं को हड़ताल से मुक्त रखा गया है. मांग पूरी नहीं होने पर इन्हें भी हड़ताल में शामिल किया जा सकता है.

ट्रक यूनियन की हड़ताल से निर्माण सामग्री, राशन आपूर्ति आदि कार्यों पर असर पड़ेगा. हड़ताल लंबी चली तो राशन आदि की किल्लत भी पैदा हो सकती है. निर्माण सामग्री नहीं पहुंचने से विकास कार्य प्रभावित होंगे. फिलहाल ट्रक संचालक इस बार हड़ताल को मांगे पूरी नहीं होने तक जारी रखने का फरमान जारी किया है. ट्रक संचालकों का आरोप है कि पुलिस उत्पीड़न सहित विभिन्न मांगों को लेकर पूर्व में प्रशासन के साथ बैठक हो चुकी है, लेकिन, स्थिति अभी भी ऐसी बनी हुई है ऐसे में अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो हड़ताल जारी रहेगा.

पढ़ें- उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में शीत लहर, कोई भी खुले में सोने को ना हो मजबूर, हर जिले को ₹10 लाख आवंटित

हल्द्वानी: छह सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड देवभूमि ट्रक ऑनर्स महासंघ के तत्वाधान में ट्रक संचालकों ने हड़ताल शुरू कर दी है. प्रदेशव्यापी हड़ताल के चलते सबसे अधिक असर पहाड़ों पर जाने वाले वाहनों पर देखा जा रहा है. हल्द्वानी में ट्रक संचालकों ने अपने ट्रकों को खड़ा कर हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में आंदोलन शुरू कर दिया है. ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

उत्तराखंड देवभूमि ट्रक ऑनर्स महासंघ के सदस्यों का कहना है कि प्रमुख छह मांगों में राज्य भर में भार क्षमता के अनुसार ही वाहन चलाने, भार वाहनों का चालान करने का अधिकार केवल परिवहन विभाग को देने. 25 प्रतिशत वाहन भाड़ा बढ़ाने, पुलिस के उत्पीड़न पर रोक लगाने. मुख्य जगहों पर धर्मकांटे लगाने और पहाड़ी क्षेत्र में बड़े भार वाहनों के संचालन पर रोक लगाना शामिल है.

कुमाऊं में थमे ट्रकों के पहिये (ETV BHARAT)

ट्रक संचालकों की हड़ताल का असर अब पहाड़ों पर देखने को मिल रहा है. फिलहाल दूध, सब्जी, दवाइयां, गैस सिलिंडर आदि जरूरी सेवाओं को हड़ताल से मुक्त रखा गया है. मांग पूरी नहीं होने पर इन्हें भी हड़ताल में शामिल किया जा सकता है.

ट्रक यूनियन की हड़ताल से निर्माण सामग्री, राशन आपूर्ति आदि कार्यों पर असर पड़ेगा. हड़ताल लंबी चली तो राशन आदि की किल्लत भी पैदा हो सकती है. निर्माण सामग्री नहीं पहुंचने से विकास कार्य प्रभावित होंगे. फिलहाल ट्रक संचालक इस बार हड़ताल को मांगे पूरी नहीं होने तक जारी रखने का फरमान जारी किया है. ट्रक संचालकों का आरोप है कि पुलिस उत्पीड़न सहित विभिन्न मांगों को लेकर पूर्व में प्रशासन के साथ बैठक हो चुकी है, लेकिन, स्थिति अभी भी ऐसी बनी हुई है ऐसे में अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो हड़ताल जारी रहेगा.

पढ़ें- उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में शीत लहर, कोई भी खुले में सोने को ना हो मजबूर, हर जिले को ₹10 लाख आवंटित

Last Updated : Dec 11, 2024, 7:07 PM IST
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