बीजापुर: बस्तर के स्थानीय आदिवासी युवक और युवतियों को बेहतर रोजगार देने और उनको बेहतर बिजनेस मैन बनाने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ी योजना शुरु की है. योजना के मुताबिक आदिवासी छात्रों को ट्रेनिंग दी जा रही है. पहले चरण में इन लोगों को बीजापुर में छह दिनों की ट्रेनिंग दी गई. छह दिनों की ट्रेनिंग के बाद इनको अब मेट्रो सिटी हैदराबाद भेजा गया है. हैदराबाद में ये चार दिनों की ट्रेनिंग करेंगे. इनकी ट्रेनिंग नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर माइक्रो स्मॉल एण्ड मिडियम इंटर प्राईजेस में होगी.
उद्यमिता प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद रवाना हुए 35 छात्र: कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने ट्रेनिंग के लिए जा रहे सभी छात्रों को बस में बिठाकर रवाना किया. ट्रेनिंग के लिए रवाना हुई टीम में कुल 35 छात्र शामिल हैं. इस मौके पर कलेक्टर पाण्डेय ने सभी प्रशिक्षुओं को प्रोत्साहित करते हुए सफलता प्राप्त करने के महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए. इस दौरान कलेक्टर ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि ''जिला ही नहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रतिनिधि के रूप में आप सभी प्रशिक्षण के लिए जा रहे हैं. आपसे निवेदन है कि आप वहां पर पूरी लगन के साथ मेहनत कर ट्रेनिंग सेशन को पूरा करें. किसी को भी किसी भी तरह की दिक्कत हो तो वो ट्रेनर से जरुर अपनी शंका का समाधान लें. छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करना आपकी जिम्मेदारी है.''
युवाओं को मिलेंगे रोजगार के अवसर: ट्रेनिंग का मकसद जिले में प्रथम पीढ़ी का उद्यमी तैयार करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. प्रशासन की कोशिश है कि युवाओं को मौका और बाजार दोनों मिल सके. युवा न सिर्फ नौकरी पा सकें बल्कि अपनी मेहतन से दूसरों को भी नौकरी दें.