पाकुड़ः स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व बुधवार को जिला प्रशासन की ओर से मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया. दौड़ में सैकड़ों धावकों ने हिस्सा लिया. मैराथन दौड़ के उपरांत छात्रावास के दर्जनों आदिवासी छात्रों ने उपायुक्त आवास के निकट पाकुड़-दुमका मुख्य सड़क को जाम कर दिया और खेल पदाधिकारी सहित जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
मौके पर पहुंचे पदाधिकारी
इधर जाम के कारण सड़क पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया. इसकी सूचना मिलते ही नगर थाना प्रभारी दिलीप बास्की, अनुमंडल पदाधिकारी प्रवीण केरकेट्टा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दयानन्द आजाद दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और छात्रों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र पदाधिकारियों की एक सुनने को तैयार नहीं थे. इधर, खेल पदाधिकारी राहुल कुमार भी मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया.
गंजी, रुमाल और टोपी नहीं मिलने पर सड़क जाम
इस दौरान छात्र नेता कमल मुर्मू ने बताया कि मैराथन दौड़ में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रशासन और खेलकूद विभाग की ओर से गंजी, रुमाल सहित कई सामग्री दी जाती है, लेकिन आदिवासी छात्रों को कुछ भी नहीं दिया जाता है. इस बात के विरोध में सड़क जाम किया है. कमल मुर्मू ने बताया कि इसके पूर्व भी खेल पदाधिकारी द्वारा खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित कराई गई थी और सामग्री देने के बजाय सिर्फ आश्वासन दिया गया था.
मांगें पूरी होने के बाद छात्रों ने हटाया जाम
वहीं छात्रों की मांगों से अवगत होने के बाद पदाधिकारियों ने मौके पर गंजी, टोपी, रुमाल सहित कई सामग्री मंगवाकर छात्रों के बीच वितरण कराया. इसके बाद नाराज छात्र शांत हुए और जाम हटाया. छात्रों की नाराजगी दूर होने के बाद प्रशासनिक पदाधिकारियों ने राहत की सांस ली.
ये भी पढ़ें-
केकेएम कॉलेज हॉस्टल में छात्रों पर जानलेवा हमला, कई घायल, पुलिस पर आरोप - Attack on Students