डिंडोरी। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य इलाके डिंडोरी जिले के मनोरी गांव में उल्टी-दस्त का प्रकोप फैला है. बीते दिनों 5 लोगों की मौत के बाद यहां उल्टी-दस्त से पीड़ित एक और युवक ने भी दम तोड़ दिया. वहीं, परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों ने इलाज में तत्परता नहीं दिखाई. इसीलिए मौत हो गई.
अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
डिंडोरी जिले के मनोरी गांव में उल्टी-दस्त के कई मरीज मिल रहे हैं. शुक्रवार रात रात जिला अस्पताल में इलाज के दौरान एक और व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. पीड़ित परिजनों में आक्रोश है. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. हंगामे की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाइश देकर जैसे तैसे मामला शांत कराया. परिजनों का कहना है कि समय पर इलाज मिल जाता तो जान बच जाती.
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एक गंभीर मरीज जबलपुर किया रेफर
गांव में उल्टी दस्त से पीड़ित एक मरीज को गंभीर हालत में जबलपुर रेफर किया गया है. पीड़ित दो महिलाओं का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. उल्टी दस्त से गांव में और भी लोग पीड़ित हैं. कलेक्टर के निर्देश पर पीएचई विभाग का अमला रात में ही पानी का सैम्पल लेने के लिए गांव पहुंच गया था. जानकारी लगते ही जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परसते रात में ही अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर इलाज में लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया है. वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार मीडिया से कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आए.