लाहौल स्पीति: जनजातीय क्षेत्र लाहौल स्पीति में लोकसभा के साथ साथ विधानसभा उपचुनाव के लिए भी मतदान होगा. यहां जयराम सरकार में मंत्री रहे डॉ. रामलाल मारकंडा के मैदान में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. रामलाल मारकंडा तीन बार लाहौल स्पीति से विधायक रहे हैं. कांग्रेस ने इस सीट पर महिला प्रत्याशी को टिकट दिया है. बीजेपी ने कांग्रेस से बगावत करने वाले रवि ठाकुर को टिकट दिया है.
52 साल बाद कांग्रेस ने उतारा महिला उम्मीदवार: कांग्रेस पार्टी ने जिला लाहौल स्पीति विधानसभा चुनाव में 52 साल के बाद महिला प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा है. इससे पहले पूर्व विधायक रवि ठाकुर की माता लता ठाकुर ने लाहौल स्पीति से चुनाव लड़ा था. ऐसे में एक बार फिर से कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी अनुराधा राणा पर भरोसा जताते हुए चुनावी मैदान में उतारा है. पूर्व विधायक और बीजेपी प्रत्याशी रवि ठाकुर ने ही पंचायती राज चुनाव में अनुराधा राणा को जिला परिषद का चुनाव लड़वाया था और जिला परिषद अध्यक्ष बनने में भी पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने ही मदद की थी. वक्त का पहिया ऐसा घूमा कि दोनों ही अलग अलग खेमों में खड़े हैं. अब अनुराधा राणा अपने गुरु रवि ठाकुर से लोहा लेंगी. अनुराधा राणा के अलावा कांग्रेस से टिकट के तलबगार दूसरे नेता भी थे, लेकिन पार्टी ने युवा महिला प्रत्याशी पर भरोसा जताया है. अब देखना यह होगा कि कांग्रेस से टिकट के अन्य तलबगार क्या संगठन के साथ चलते हैं या फिर आपसी लड़ाई का खामियाजा कांग्रेस पार्टी को भुगतना पड़ेगा?
पीएम मोदी ने की रवि ठाकुर के लिए अपील: वहीं, कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए रवि ठाकुर के लिए भी ये चुनाव इम्तिहान के समान हैं. उनका मुकाबला रामलाल मारकंडा और कांग्रेस की युवा प्रत्याशी है. कांग्रेस प्रत्याशी को जहां सीएम सुक्खविंद्र सिंह सुक्खू का सहारा है तो वहीं, रवि ठाकुर ने अपनी डोर जयराम ठाकुर के हाथ थमा रखी है. मंडी के पड्डल मैदान में आयोजित रैली में पीएम मोदी ने मंच से रवि ठाकुर का नाम पुकार कर उन्हें विजयी बनाने की अपील जनता से की थी. मोदी की ये अपील रवि ठाकुर के लिए संजीवनी का का काम कर सकती है. मंच से कई बार कांग्रेस प्रत्याशी रवि ठाकुर पर तीखे जुबानी हमले करती हुई नजर आ रही हैं. मंच से अनुराधा राणा कई बार कह चुकी हैं कि जिस तरह से पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने राज्यसभा चुनाव में लाहौल स्पीति का अपमान किया है. उसका वह बदला लेकर रहेगी और घाटी के लोगों के विश्वास से वह इस चुनाव को जीतने में कामयाब होंगी.
समर्थकों के सहारे मारकंडा: निर्दलीय प्रत्याशी मार्कंडेय अपने समर्थकों के सहारे हैं. रामलाल मारकंडा 1998 से 2022 तक वह हिविकां और बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन उपचुनाव में पहली बार बतौर निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं. 1998 में हिविकां 2007 में और 2017 में उन्होंने जीत हासिल की थी. 2002 में वो चुनाव हारे थे इसके बाद 2012 में उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार रहे रवि ठाकुर से हार का सामना करना पड़ा था. डॉ. रामलाल मारकंडा इन दिनों पूरी घाटी का दौरा कर रहे हैं और जगह-जगह अपने लिए समर्थन भी मांग रहे हैं. लाहौल स्पीति में 25 हजार से अधिक मतदाता है और ऐसे में अगर तीनों में यह वोट बंटते हैं तो जीत का मार्जिन मात्र कुछ हजार के बीच रह जाएगा. सीएम सुक्खू ने लाहौल में प्रचार के दौरान कहा था कि रवि ठाकुर ने बीजेपी की मंडी में अपना ईमान बेच दिया. उन्होंने कांग्रेस विधायकों को 15 करोड़ रुपये का लालच देकर बीजेपी में शामिल करवाने का प्रयास किया था.
4 जून को आएंगे नतीजे: लाहौल स्पीति में कुल 25 हजार 967 वोटर्स हैं. इसमें 12 हजार 605 पुरुष और 12 हजार 668 महिला मतदाता हैं. 694 सर्विस वोटर्स हैं. 1 जून को मतदाता लोकसभा के साथ विधानसभा उपचुनावों के भविष्य का फैसला करेंगे. 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के साथ ही विधानसभा उपचुनावों के भी नतीजे आएंगे.