अल्मोड़ा: जिले में विगत तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं सड़कों पर मलबा और पेड़ गिर रहे हैं. लगातार हो रही बारिश से प्रसिद्ध झांकर सैम मंदिर की पार्किंग व धर्मशाला में पेड़ गिरने से क्षतिग्रस्त हो गया. वहीं पेड़ गिरने से मंदिर के पुजारी व एक अन्य बाल बाल बच गए.
मानसून से पहले जंगलों की आग ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी थी. अब मानसून आने के बाद भारी बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. लगातार हो रही वर्षा के कारण जागेश्वर और पनुवानोला के बीच काना ग्राम सभा में स्थित लोगों की आस्था का केंद्र झांकर सैम मंदिर है. इस मंदिर में दूर दूर से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं.मंदिर परिसर में स्थित दो सौ साल पुराना पेड़ भारी बारिश के कारण धराशायी हो गया. इस दौरान मंदिर पुजारी और एक अन्य के अलावा कोई भी नहीं था. मंदिर परिसर में स्थित एक विशालकाय पेड़ मंदिर की धर्मशाला के एक हिस्से व पार्किंग में गिर गया.
इस दौरान वहां पर कोई नहीं था, इसलिए एक बड़ा हादसा होने से बच गया. इस दौरान मंदिर के पुजारी व एक अन्य बाल बाल बच गए. काना गांव के प्रधान दान सिंह व बुजुर्ग बीर सिंह मेहता ने बताया पेड़ लगभग दो सौ साल पुराना था. घटना की सूचना पर भनोली एसडीएम एनएस नगन्याल ने मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि पेड़ बहुत पुराना था. उसकी जड़ें सड़ गई थी. लगातार हो रही बारिश के कारण वह पेड़ गिर गया. इसके गिरने से कोई जनहानि नहीं हुई है. मंदिर की पार्किंग व धर्मशाला जिसमें शादियां भी होती हैं वह क्षतिग्रस्त हुआ है. आपदा के तहत इसकी रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को भेजी जा रही है.
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