लखनऊ : कुंभ मेले में श्रद्धालुओं को पहुंचने के लिए समय पर रोडवेज बसें मिल सकें, उन्हें किसी तरह की दिक्कत परिवहन साधनों के अभाव में न हो, इसे लेकर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अधिकारियों ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
गुरुवार को परिवहन निगम के अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह वर्मा ने प्रदेश भर के क्षेत्रीय प्रबंधकों के साथ वर्चुअल मीटिंग की और कुंभ मेले से संबंधित जरूरी दिशा निर्देश जारी किए. उन्होंने बताया कि परिवहन निगम की तरफ से 7000 से ज्यादा कुंभ स्पेशल बसें संचालित कराई जाएंगी. 550 शटल बस सेवाएं संचालित होंगी.
परिवहन निगम के अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह वर्मा ने बताया कि अगले साल 13 जनवरी से 27 फरवरी के बीच कुंभ मेला आयोजित होगा. तीन चरणों में मेले को विभाजित किया गया है. पहला चरण 12 से 23 जनवरी, दूसरा चरण 24 जनवरी से सात फरवरी और तीसरा चरण आठ फरवरी से 27 फरवरी है. कुंभ मेले में मुख्य स्नान की तिथि 13 जनवरी, 14 जनवरी, 29 जनवरी, तीन फरवरी, 12 फरवरी, 26 फरवरी और मुख्य स्थान पर्व मौनी अमावस्या 29 जनवरी को है, जिसमें सबसे अधिक स्नानार्थियों की भीड़ आने की संभावना है.
उन्होंने बताया कि इस मेले में परिवहन निगम सात हजार बसें चलाएगा. 550 शटल बसें नगरीय परिवहन और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की चलाई जाएंगी. इसमें 200 सिटी बसें और 350 परिवहन निगम की बसें स्थानीय मार्ग पर संचालित होंगी. पहले चरण में 3050, द्वितीय चरण में 7000 बसें संचालित की जाएंगी. अस्थाई बस स्टेशनों से सुव्यवस्थित संचालन के लिए जोन में विभाजित करते हुए प्रत्येक केंद्र पर क्षेत्रीय प्रबंधक की तैनाती की जाएगी.
क्षेत्रीय प्रबंधक के साथ सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक और सेवा प्रबंधक भी तैनात किए जाएंगे. अस्थाई बस स्टेशन कुल आठ चिन्हित स्थानों पर बनाए जाएंगे. सात स्थानों पर चेक पोस्ट बनाई जाएंगी. इसमें लखनऊ मार्ग, अयोध्या मार्ग, कानपुर मार्ग, गोरखपुर मार्ग, वाराणसी मार्ग, मिर्ज़ापुर मार्ग और बांदा मार्ग पर चेक पोस्ट बनाई जाएंगी.
सेंट्रल कंट्रोल रूम की होगी स्थापना : एक सेंट्रल कंट्रोल रूम की स्थापना भी मेला अवधि में मुख्यालय पर की जाएगी. तीन शिफ्टों में 24 घंटे कार्यरत रहेंगे. क्षेत्रीय और केंद्रीय कंट्रोल रूम प्रयागराज में तैनात अधिकारी सीसीटीवी और वॉकी टॉकी के माध्यम से बस स्टेशनों पर जमा भीड़ पर निगरानी रखते हुए नियंत्रण के लिए कार्यरत रहेंगे. आठ स्थानों पर अस्थाई बस स्टेशन के पास कार्यशाला बनाई जाएगी.
मुख्य रूप से बेला कछार, झूसी बस स्टेशन, सरस्वती घाट बस स्टेशन, नेहरू पार्क लेप्रसी मिशन बस स्टेशन, आईटीआई कॉलेज बस स्टेशन, जीरो रोड बस स्टेशन और सिविल लाइंस बस स्टेशन पर बनाई गई है. प्रत्येक कार्यशाला में तीन फोरमैन, तीन फिटर, दो स्टोर कीपर, तीन विद्युतकर्मी, तीन बॉडी मैकेनिक और तीन टायरमैन तैनात किए जाएंगे.
पैम्फलेट बांटकर सेवाओं की दी जाएगी जानकारी : ब्रेकडाउन अटेंड करने के लिए भी आठ स्थान चिन्हित किए गए हैं, जहां पर क्रेन की तैनाती की जाएगी. मेला क्षेत्र में संचालित होने वाली प्रत्येक बस के आगे और पिछले भाग पर महाकुंभ मेला 2025 का स्टीकर प्रदर्शित होगा. बस स्टेशनों पर एलईडी के माध्यम से बसों के आवागमन की सूचना प्रदर्शित कराई जाएगी. प्रदेश के सभी डिपोज के प्रमुख स्थानों पर पोस्ट के माध्यम से परिवहन निगम की तरफ से उपलब्ध कराई जाने वाली सेवा व सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी. मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को पैम्फलेट से सेवाओं की जानकारी दी जाएगी. संचालित होने वाली बसों के लिए डीजल की व्यवस्था भी की जाएगी.
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