भोपाल। आप ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं तो अब आपका सफर पहले से ज्यादा आरामदायक होने जा रहा है. ट्रेन में भी आप चैन की नींद ले सकेंगे. वंदे भारत और शताब्दी ट्रेनों के बाद अब मेल और एक्सप्रेस में भी रेलवे आपके पल-पल की खबर रखेगा. आपके लगेज के साथ कीमती वस्तुओं की भी सतत मॉनिटरिंग की जाएगी. सबसे बड़ी बात ये कि इन ट्रेनों में अपराध की गुंजाइश भी कम होगी. क्योंकि ट्रेन में चढ़ते ही अपराधियों का डाटा रेलवे प्रशासन के पास पहुंच जाएगा. चोरी और लूट की घटनाओं में भी अपराधियों की पहचान हो सकेगी.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) से लैस हैं कैमरे
यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ट्रेन की बोगियों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से इनबिल्ट सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. ये एआई सुरक्षा कैमरे विशेष सीसीटीवी कैमरे हैं जो लोगों, चेहरों और वस्तुओं का पता लगाने में सक्षम हैं. यदि आपके चेहरे पर मास्क है तब भी एआई कैमरे आपके फेस को आसानी से पहचान लेगा. इसके लिए फेशियल रिकग्निशन कैमरे लगाए जाएंगे. इन कैमरों में एक खास तरह की इमेज क्रॉपिंग टूल होगा जो कि सनग्लास, स्कार्फ और चेहरा ढंका होने पर भी पहचान कर लेगा. इससे चोरी या संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने वाले लोग मास्क का सहार लेकर भी नहीं बच सकेंगे.
रेलवे स्टेशनों पर बनेंगे कमांड सेंटर
बोगी में चढ़ने वाले अपराधियों और गुमशुदा बच्चों की पहचान अब आसानी से हो सकेगी. मुख्य रेलवे स्टेशनों पर कमांड सेंटर बनाए जाएंगे. यहां से आरपीएफ के जवान बोगियों पर नजर रखेंगे. कोच के अंदर हिंसा, लूट व चोरी की घटना रिकार्ड होते ही अगले स्टेशन पर तैनात सुरक्षाकर्मी और ट्रेन में उपलब्ध आरपीएफ के जवानों को सूचना देंगे और वह अपराधी बच नहीं पाएगा.
भोपाल की कोच फैक्टरी में लगाए जा रहे कैमरे
पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा गया है. जल्द ही बोर्ड इसको लेकर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर सकता है. पश्चिम मध्य रेलवे की योजना है कि भोपाल की निशातपुरा कोच फैक्टरी में जोन की ट्रेनों के लिए कोच में कैमरे लगाए जाएंगे. इसके लिए रेलवे विभाग तैयारी में जुटा है और बहुत जल्द रेलवे से स्वीकृति मिलते ही काम शुरू हो जाएगा.
40 हजार से अधिक कोच में लगेंगे कैमरे
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस योजना के तहत करीब 38 हजार बोगियों में प्रति बोगी 8 कैमरे लगाए जाएंगे. वहीं 2700 कोच में 5 कैमरे लगाए जाएंगे. कुछ कोचों में 4 और 6 कैमरे लगाने की योजना है. इससे ट्रेनों में चोरी की घटनाओ में कमी आ सकेगी. दरअसल पिछले कुछ समय में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब ट्रेनों में चोरी या अन्य गैरकानूनी गतिविधियां सामने आई हैं. तकनीकी की कमी के चलते कई बार चोर और इन गतिविधियों में शामिल लोगों को पकड़ा नहीं जा सका.
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एसी, स्लीपर के साथ जनरल बोगियों में भी लगेंगे कैमरे
पश्चिम मध्य रेलवे की जीएम शोभना बंदोपाध्याय ने बताया कि "रेल यात्रियों की सुरक्षा रेलवे प्रशासन की जिम्मेदारी है. इसलिए ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि अभी देश की सभी ट्रेनों में एक साथ सीसीटीवी लगाना संभव नहीं है. अभी वंदे भारत एक्सप्रेस, राजधानी जैसी ट्रेनों में सीसीटीवी सुविधा है. आने वाले दिनों में मेल और एक्सप्रेस गाड़ियों की एसी, स्लीपर और सामान्य कोच में भी कैमरा लगाये जाने का प्रस्ताव है."