फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने रविवार को फिरोजाबाद में 47.47 करोड़ की लागत वाले ग्लास म्यूजियम की आधारशिला रखी. पर्यटन विभाग के अनुसार जून 2025 यह म्यूजियम बनकर तैयार हो जायेगा. उन्होंने कहा देश ही नहीं बल्कि दुनियां में कांच की नगरी के नाम मशहूर फिरोजाबाद शहर का कांच उद्योग अब जल्द ही पर्यटन के नक्शे पर नजर आयेगा.
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि 450 सिटिंग क्षमता का एक ऑडिटोरियम हाॅल, 150 व्यक्ति की क्षमता का एक बहुउद्देशीय हॉल, एक प्रदर्शनी कक्ष, 50-75 व्यक्ति की क्षमता का कार्यशाला क्षेत्र, एक वॉच टावर, 120 व्यक्ति की क्षमता का कैफेटेरिया, 150 व्यक्ति की क्षमता का ओपन एयर थिएटर, बडी क्षमता वाले सम्मेलन कक्ष का पर्यटक सूचना केंद्र का बैठक कक्ष, कार्यालय के साथ ही ठहरने की सुविधाएं, चाहरदीवारी और अन्य साइट विकास कार्य किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी. पिछले वित्तीय वर्ष में फिरोजाबाद में पर्यटन विभाग ने 165 करोड़ रुपये के काम कराये थे. आगे भी फिरोजाबाद के विकास में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. फिरोजाबाद में जनसभा को सम्बोधित करते हुए पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि फिरोजाबाद कांच उद्योग का केंद्र है. इसे भारत का कांच शहर भी कहा जाता है. यह अपने कांच उद्योग के लिए प्रसिद्ध है. फिरोजाबाद में कांच निर्माण की एक समृद्ध विरासत है, जो कई शताब्दियों पुरानी है.
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि फिरोजाबाद में कांच फैक्ट्रियां विभिन्न प्रकार के कांच के उत्पादों बनाती हैं. इनमें शानदार झूमर और लैंप से लेकर चूड़ियां और सजावटी सामान शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस व्यापक परियोजना का उद्देश्य न केवल फिरोजाबाद में कांच बनाने की समृद्ध परंपरा को प्रदर्शित करना है, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर शिक्षा, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं भी प्रदान करना है. प्रदर्शन क्षेत्रों, दीर्घाओं, ऑडिटोरियम और एक पर्यटन केंद्र का एकीकरण आगंतुकों के लिए एक बहुमुखी अनुभव ही सुनिश्चित नहीं कराएगा, बल्कि फिरोजाबाद के कांच उद्योग के महत्व और सुंदरता को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाएगा.
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