लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार लखनऊ समेत यूपी में पर्यटन को लगातार बढ़ावा दे रही है. तमाम पर्यटक स्थलों का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है. सरकार को इसका लाभ भी मिल रहा है. बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी हर साल उत्तर प्रदेश में पर्यटन के लिए आते हैं और यहां के पर्यटन स्थलों के कायल होकर वापस लौटते हैं. पर्यटन स्थल सरकार के राजस्व का मुख्य स्रोत भी बन रहे हैं. अब विदेशी पर्यटकों को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग ने स्पेन की राजधानी मैड्रिड में 24 से 28 जनवरी और जर्मनी की राजधानी बर्लिन में 04 से छह मार्च तक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन उद्योग मेले में शामिल होने का फैसला लिया है.
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि वैश्विक मंच पर प्रदेश में स्थित 12 टूरिज्म सर्किट, ओडीओपी, हस्तशिल्प और अन्य विशेषताओं का प्रदर्शन और प्रचार प्रसार किए जाने की रणनीति बनाई गई है. इसके अलावा प्रदेश का गौरवशाली इतिहास, समृद्ध विरासत और विशेषताओं की विदेशी पर्यटकों को जानकारी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि इस मेले में हिस्सा लेने का उद्देश्य विदेशी पर्यटकों को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करना है जिससे यूपी विदेशी पर्यटकों के मामले में भी पूरे देश में पहले स्थान पर स्थापित हो. पर्यटन मंत्री ने बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय मेले में यह भी बताया जाएगा कि अब उत्तर प्रदेश नए भारत का नया प्रदेश है, जहां सुरक्षा के साथ रेल, वायु, वाटर-वे और एक्सप्रेसवे की बेहतर कनेक्टिविटी है. उत्तर प्रदेश पर्यटन 40 वर्ग मीटर में प्रदर्शनी लगाएगा.
यहां 12 टूरिज्म सर्किट के महत्वपूर्ण स्थलों के अलावा हस्तकला, विभिन्न कलाकृतियों और एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) का प्रदर्शन किया जाएगा. इसके अलावा, वीवीआईपी लाउंज, इंटरएक्टिव सेल्फी जोन और डिजिटल माध्यम (जैसे- स्क्रीन, मोबाइल ऐप और ब्रोशर) के जरिए दर्शकों से जुड़ने का प्रबंध होगा. इस आयोजन में टूर ऑपरेटरों और अन्य हितधारकों के साथ बिजनेस-टू-बिजनेस और बिजनेस-टू-कंज्यूमर इंटरैक्शन को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया जाएगा.
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन आयोजनों में उत्तर प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों और विषयों को वैश्विक मंच पर लाया जाएगा, जिनमें महाकुंभ-2025, बौद्ध सर्किट, ईको-पर्यटन, ग्रामीण पर्यटन और वेलनेस पर्यटन की बढ़ती संभावनाएं शामिल हैं. कार्यक्रम में भगवान बुद्ध की भूमि उत्तर प्रदेश और महाकुंभ-2025 जैसे आकर्षक स्लोगन के माध्यम से दर्शकों का ध्यान खींचा जाएगा, साथ ही प्रचार सामग्रियां, पर्यटन से जुड़ी फिल्में और उत्तर प्रदेश के पर्यटन मानचित्र वितरित किए जाएंगे. इन आयोजनों का विशेष ध्यान बौद्ध सर्किट, राज्य के सांस्कृतिक उत्सवों और विरासत स्थलों को बढ़ावा देने पर रहेगा. पर्यटन विभाग ने पेशेवर एजेंसियों से अत्याधुनिक प्रदर्शनी स्पेस डिज़ाइन, निर्माण और प्रबंधन के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं.