भोपाल। आंध्रप्रदेश के तिरुपति स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट आफ साइंस एंड रिसर्च (IISER) में जीव विज्ञान पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है. खास बात ये है कि इसमें अंडर ग्रेजुएट और ग्रेजुएट स्टूडेंट हिस्सा लेंगे. इसमें देशभर से 200 से अधिक युवा विज्ञानी दो दिन तक बायो साइंस के संबंध में मंथन करेंगे. इस दौरान शोधपत्र भी प्रस्तुत किए जाएंगे. इसमें जीव विज्ञान से संबंधित अपने नए विचारों को प्रस्तुत करने का मौका भी स्नातक छात्रों को दिया जाएगा. इसका नेतृत्व भोपाल की यज्ञा पुराहित कर रही हैं, जो वर्तमान में (IISER) तिरुपति में पढ़ाई कर रही हैं.
अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स शेयर करेंगे अपने आइडियाज
IISER तिरुपति में पढ़ने वाली जीव विज्ञान की छात्रा यज्ञा पुरोहित ने बताया "अभी देश में केवल पीएचडी और प्रोफेसर स्तर पर ही ऐसे सेमिनार को आयोजन होता था. फैकल्टी भी अंडर ग्रेजुएट छात्रों को रिसर्च के क्षेत्र में बढ़ावा देने पर ध्यान नहीं देती हैं. यदि अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट इसमें शामिल भी होते हैं, तो उसे इसे कनेक्ट नहीं कर पाते. उनमें नॉलेज की कमी होती है और अपने आइडियाज शेयर करने से झिझकते हैं. ऐसे अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट के लिए आयसर तिरुपति में पहले जीव विज्ञान के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है."
तिरुपति IISER में 16-17 दिसंबर को सम्मेलन
यज्ञा पुरोहति ने बताया कि इस राष्ट्रीय सम्मेलन का उनके साथ तिरुपति आयसर के एक अन्य छात्र सिद्धार्थ पालीवाल नेतृत्व कर रहे हैं. इसमें देश के अलग-अलग राज्यों में स्थित 7 इंडियन इंस्टिट्यूट आफ सांइस एंड रिसर्च के स्टूडेंट हिस्सा लेंगे. इसमें अब तक 200 से अधिक स्टूडेंट रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. 6 नवंबर तक इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए स्टूडेंट रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इस राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 16 और 17 दिसंबर को तिरुपति आयसर में आयोजित किया जाएगा.
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विज्ञान के क्षेत्र में नई पीढ़ी को मौका मिलेगा
यज्ञा पुरोहित ने बताया "बायोसाइंसेज में स्नातक अनुसंधान के लिए यह भारत का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन है. इसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में छात्रों और विशेषज्ञों को एकजुट करना, नए दृष्टिकोण को प्रोत्साहित कर सहयोग को बढ़ावा देना है." यह पहल शिक्षा जगत में यंग जनरेशन को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह एक ऐसा मंच है, जो देशभर के शोधकर्ताओं को एकजुट करता है.