अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के गेट से गुरुवार को तिरंगा यात्रा निकाली गई. तिरंगा रैली में अल्पसंख्यक महिलाओं और बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. स्थानीय मुस्लिम समुदाय के विशिष्ट लोगों और व्यापारियों ने हाथ में तिरंगा लेकर धान मंडी तक तिरंगा यात्रा निकाली. दरगाह में खादिम सैयद फकर चिश्ती ने बताया कि इस यात्रा का मकसद लोगों में भाईचारा, मोहब्बत और देश प्रेम का संदेश देना था. तिरंगा यात्रा के दौरान 1100 से अधिक तिरंगे झंडे और बैज लोगों को वितरित किए गए. तिरंगा यात्रा में शामिल सभी लोगों ने देशभक्ति के नारे लगाए.
त्यौहार की तरह मानने का संकल्प : तिरंगा यात्रा में शामिल लोगों ने जायरीन और स्थानीय लोगों को संकल्प दिलाया कि जिस प्रकार से बाकि के त्यौहार मनाए जाते हैं, उसी प्रकार से गणतंत्र दिवस भी मनाएंगे. दरगाह में खादिम सैयद फकर चिश्ती ने बताया कि सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल है.
भारत मेरी शान है, तिरंगा मेरी जान है का नारा : खादिम ने कहा कि गणतंत्र दिवस हमारे देश का त्यौहार है. हम सबको मिलकर यह त्यौहार मनाना चाहिए. गणतंत्र दिवस का दिन बहुत बड़ा है, इस उपलक्ष्य में तिरंगा यात्रा निकाली गई है. जायरीन, स्थानीय लोगों और दुकानदारों को तिरंगे झंडे वितरित गए हैं. उन्होंने कहा कि 'मैं सभी लोगों से आह्वान करता हूं कि भारत मेरी शान है और तिरंगा मेरी जान है के नारे के साथ यह महापर्व मनाएं'.