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पीलीभीत में बाघ की दहशत; खेत में काम कर रहे किसान को मार डाला, जंगल से बरामद हुई लाश - Tiger kills farmer in Pilibhit

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 9, 2024, 4:57 PM IST

यूपी के कई जिलों में इन दिनों जंगली जानवरों का आतंक छाया हुआ है. अब पीलीभीत बाघ ने पंजा मारा है. यहां बाघ ने किसान पर हमला कर उसे मार डाला.

पीलीभीत में बाघ ने किसान को मार डाला.
पीलीभीत में बाघ ने किसान को मार डाला. (Photo Credit; ETV Bharat)
पीलीभीत में बाघ ने किसान को मार डाला. (Video Credit; ETV Bharat)

पीलीभीत : यूपी के कई जिलों में इन दिनों जंगली जानवरों का आतंक छाया हुआ है. बहराइच, सीतापुर, बस्ती, लखीमपुर खीरी समेत तराई के तमाम इलाकों में भेड़िये और सियारों के हमले हो रहे हैं. अब पीलीभीत बाघ ने पंजा मारा है. यहां बाघ ने खेत पर काम कर रहे हैं बुजुर्ग किसान पर हमला किया. उसे खींचकर जंगल में ले गया. बाद में किसान की लाश ही बरामद हुई. इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने हाईवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया.

किसान को जंगल में खींच ले गया बाघ: पीलीभीत टाइगर रिजर्व से कुछ ही दूर स्थित बांसखेड़ा गांव में बीते 7 दिनों से बाघ की मौजूदगी देखी जा रही है. ऐसे में ग्रामीण लगातार बाघ की दहशत के बीच रह रहे हैं. सोमवार को गांव के रहने वाले किसान केदारी (60) करीब 11 बजे घर से जंगल किनारे स्थित खेत पर सिंचाई करने के लिए निकले थे. किसान खेत पर काम कर रहे थे, इसी दौरान जंगल से निकले बाघ ने हमला बोल दिया. बाघ किसान केदारी को खींचता हुआ जंगल में ले गया. इधर, आसपास मौजूद किसानों ने यह देखा तो शोर मचाया और जानकारी किसान के परिजनों को दी. बाद में बमुश्किल किसान के शव को जंगल से बरामद किया गया.

गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे किया जाम : घटना के बाद गुसाए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ शव रखकर पीलीभीत-माधोटांडा हाईवे पर जाम लगा दिया. सूचना पर वन विभाग के तमाम अधिकारी व एसडीएम पूरनपुर मौके पर पहुंचे. अधिकारियों को आक्रोशित ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. करीब 3 घंटे तक चले मान मनौव्वल के बाद ग्रामीण किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के लिए तैयार हुए. अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि 2 दिन के अंदर हमला करने वाले बाघ को चिन्हित कर पकड़ा जाएगा. इसके साथ ही जंगल की तार फेंसिंग भी कराई जाएगी.

वन विभाग की लापरवाही : इधर, मृतक किसान केदारी के पोते संजीव ने कहा कि वन विभाग के अधिकारी बाघ की मौजूदगी के बाद भी पूरे मामले में लापरवाही कर रहे थे, जिसका नतीजा है कि उनके दादा पर टाइगर ने अटैक कर दिया और उनकी मौत हो गई. मौके पर पहुंचे अधिकारियों के सामने ग्रामीणों ने कहा कि टाइगर कई ग्रामीणों को अपना निवाला बन चुका है. इसे पकड़ा जाना चाहिए. अगर टाइगर पकड़ा नहीं जाता तो उसको मार देना चाहिए. वहीं वन विभाग लगातार ग्रामीणों से अपील कर रहा है कि खेतों में न जाएं. इस पर किसानों का कहना है कि रोटी देने की व्यवस्था सरकार करे, हम खेतों पर जाना छोड़ देंगे.

मामले पर एसडीएम पूरनपुर राजेश शुक्ला ने बताया एक किसान की बाघ के हमले में मौत हुई है. डेड बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है परिजनों को मुआवजा देने के लिए कई कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

यह भी पढ़ें : बहराइच में भेड़ियों के बाद मिर्जापुर-पीलीभीत में सियारों ने मचाया आतंक, 6 बच्चों समेत 14 लोगों को किया घायल - jackals TERROR IN MIRZAPUR

पीलीभीत में बाघ ने किसान को मार डाला. (Video Credit; ETV Bharat)

पीलीभीत : यूपी के कई जिलों में इन दिनों जंगली जानवरों का आतंक छाया हुआ है. बहराइच, सीतापुर, बस्ती, लखीमपुर खीरी समेत तराई के तमाम इलाकों में भेड़िये और सियारों के हमले हो रहे हैं. अब पीलीभीत बाघ ने पंजा मारा है. यहां बाघ ने खेत पर काम कर रहे हैं बुजुर्ग किसान पर हमला किया. उसे खींचकर जंगल में ले गया. बाद में किसान की लाश ही बरामद हुई. इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने हाईवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया.

किसान को जंगल में खींच ले गया बाघ: पीलीभीत टाइगर रिजर्व से कुछ ही दूर स्थित बांसखेड़ा गांव में बीते 7 दिनों से बाघ की मौजूदगी देखी जा रही है. ऐसे में ग्रामीण लगातार बाघ की दहशत के बीच रह रहे हैं. सोमवार को गांव के रहने वाले किसान केदारी (60) करीब 11 बजे घर से जंगल किनारे स्थित खेत पर सिंचाई करने के लिए निकले थे. किसान खेत पर काम कर रहे थे, इसी दौरान जंगल से निकले बाघ ने हमला बोल दिया. बाघ किसान केदारी को खींचता हुआ जंगल में ले गया. इधर, आसपास मौजूद किसानों ने यह देखा तो शोर मचाया और जानकारी किसान के परिजनों को दी. बाद में बमुश्किल किसान के शव को जंगल से बरामद किया गया.

गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे किया जाम : घटना के बाद गुसाए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ शव रखकर पीलीभीत-माधोटांडा हाईवे पर जाम लगा दिया. सूचना पर वन विभाग के तमाम अधिकारी व एसडीएम पूरनपुर मौके पर पहुंचे. अधिकारियों को आक्रोशित ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. करीब 3 घंटे तक चले मान मनौव्वल के बाद ग्रामीण किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के लिए तैयार हुए. अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि 2 दिन के अंदर हमला करने वाले बाघ को चिन्हित कर पकड़ा जाएगा. इसके साथ ही जंगल की तार फेंसिंग भी कराई जाएगी.

वन विभाग की लापरवाही : इधर, मृतक किसान केदारी के पोते संजीव ने कहा कि वन विभाग के अधिकारी बाघ की मौजूदगी के बाद भी पूरे मामले में लापरवाही कर रहे थे, जिसका नतीजा है कि उनके दादा पर टाइगर ने अटैक कर दिया और उनकी मौत हो गई. मौके पर पहुंचे अधिकारियों के सामने ग्रामीणों ने कहा कि टाइगर कई ग्रामीणों को अपना निवाला बन चुका है. इसे पकड़ा जाना चाहिए. अगर टाइगर पकड़ा नहीं जाता तो उसको मार देना चाहिए. वहीं वन विभाग लगातार ग्रामीणों से अपील कर रहा है कि खेतों में न जाएं. इस पर किसानों का कहना है कि रोटी देने की व्यवस्था सरकार करे, हम खेतों पर जाना छोड़ देंगे.

मामले पर एसडीएम पूरनपुर राजेश शुक्ला ने बताया एक किसान की बाघ के हमले में मौत हुई है. डेड बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है परिजनों को मुआवजा देने के लिए कई कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

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